फिर बढ़ा कोरोना का ग्राफ
भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों का बढ़ना जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में 3805 नए मामले सामने आए वहीं 3168 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। इस दौरान 22 लोगों की मौत हुई है।
भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों का बढ़ना जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में 3805 नए मामले सामने आए वहीं 3168 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। इस दौरान 22 लोगों की मौत हुई है।
देश में कोरोना के एक्टिव केस की बात करें तो ये संख्या 20,303 पर पहुंच गई है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,30,98,743 पर पहुंच गई है। आंकड़ों पर ही नजर डालें तो देश में नए केस के मामले में हफ्तेभर में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 22 और मरीजों के इस संक्रमण से जान गंवाने के कारण मृतकों की कुल संख्या 5,24,024 हो गई है। जिन मरीजों ने बीते 24 घंटे में जान गंवाई है, उनमें से 20 की मौत केवल केरल में हुई है।
आंकड़ों की मानें तो उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 98.74 प्रतिशत है। संक्रमण की दैनिक दर 0.78 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.79 प्रतिशत दर्ज की गयी है। अभी तक कोविड-19 के लिए 84.03 करोड़ नमूनों की जांच हुई है जिनमें से 4,87,544 नमूनों की जांच एक दिन पहले हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 615 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है।
इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,25,54,416 हो गई है। मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत दर्ज की गई है। वहीं टीकाकरण की बात करें तो अभी तक 190 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी है। जो कि एक राहत की बात है। आंकड़ों के अनुसार, देश में जिन 22 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 20 की मौत केरल में और एक-एक मरीज की मौत कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में हुई है।
इस महामारी से अभी तक देश में 5,24,024 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 1,47,845 की महाराष्ट्र में, 69,210 की केरल में, 40,103 की कर्नाटक में, 38,025 की तमिलनाडु में, 26,177 की दिल्ली में, 23,508 की उत्तर प्रदेश में और 21,203 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।
मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है। देश में 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण भी तेजी से चल रहा है। 18 साल ऊपर के लोगों को भी बुस्टर डोज की अनुमति मिल चुकी है। कोरोना केस के बढते मामले को देखते हुए सरकार ने बुस्टर डोज की समय सीमा भी घटाकर 6 महीने कर दी है।
हालिया रिपोर्ट में ये पता चला था कि प्रारंभिक टीकाकरण से करीब छह महीने बाद एंटीबॉडी का स्तर कम होने लगता है। ऐसे में आईसीएमआर ने जल्द बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी थी। दरअसल बूस्टर खुराक देने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है, यही वजह है कि जांच के आधार पर अब वैक्सीनेशन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच का अंतर 9 महीने से घटा कर 6 महीने कर दी गई है। कोरोना से जंग के बीच वैक्सीन के दूसरे डोज और बूस्टर डोज के बीच की अवधि कम करने को लेकर एक्सपर्ट भी सही मानते हैं।
हालांकि बुस्टर डोज सिर्फ बुजुर्गों के लिए निरूशुल्क है लेकिन कई राज्यों में बुस्टर डोज भी मुफ्त में लगाए जा रहे हैं फिर भी इसकी रफ्तार कम है। इसलिए जब कोरोना अपने पांव फिर से पसार रहा है ऐसे में हम वो सावधानियां पहले से अपना लें जो हमारे हित में हो और हम कोरोना से सुरक्षित रहें। टीकाकरण अवश्य कराएं। दोनों डोज जरूर लें। जो लोग दोनों डोज ले चुके हैं और दूसरे डोज के 6 महीने पूरे हो चुके हैं वो बुस्टर डोज भी जरूर लगवाएं। ताकि हम, आप और अपना ये देश सुरक्षित रह सके।