कच्चे तेल की कीमतों में आठ फीसदी से ज्यादा बढ़ोत्तरी
देश में पहले ही लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। पेट्रोल-डीजल ,गैस सिलेंडर के बाद अब कच्चे तेल की कीमतों में भी आठ फीसदी से ज्यादा उछाल आया हैं।
देश में पहले ही लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। पेट्रोल-डीजल ,गैस सिलेंडर के बाद अब कच्चे तेल की कीमतों में भी आठ फीसदी से ज्यादा उछाल आया हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी सैन्य जंग की वजह से भारत में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो रहा हैं। पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल की रिपोर्ट के मुताबिक,15 अप्रैल, 2022 को क्रूड ऑयल बास्केट की कीमत ₹ 76.22 प्रति डॉलर की विनिमय दर से बढ़कर 106.03 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
नई कीमत मार्च के औसत 112.87 डॉलर से नीचे है, जो कि 1 अप्रैल को 103.02 डॉलर प्रति बैरल से काफी आगे बढ़ चुकी है। कीमतों में यह उछाल, 11 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच डॉलर के मुकाबले रुपये में 26 पैसे की कमजोरी के साथ आया है।
महंगाई के बीच कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने आम लोगो को झटका दिया हैं। भारतीय कच्चे तेल की कीमत अभी ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं और भारतीय क्रूड बास्केट की कीमत आज भी 104 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है।