दिल्ली: स्वर धरोहर फेस्टिवल में अपनी आवाज का तड़का लगाएंगी नूरां बहनें
देश की राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर 2 से 4 दिसंबर तक स्वर धरोहर फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें देश के कई मशहूर गायक, शायर और कवि अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान उत्सव में जानी-मानी सूफी गायिका नूरां बहनें भी अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरेंगी
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर 2 से 4 दिसंबर तक स्वर धरोहर फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें देश के कई मशहूर गायक, शायर और कवि अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान उत्सव में जानी-मानी सूफी गायिका नूरां बहनें भी अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरेंगी। जिन्हें सुनने के लिए लोग काफी उत्सुक है और बेसब्री से इस पल का इंतजार भी कर रहे हैं। नूरां बहनें फेस्टिवल में 04 दिसंबर को रात 8 बजे दर्शकों के बीच स्टेज में परफॉर्म करेंगी।
नूरां बहनों को बचपन से ही उनके पिता उस्ताद गुलशन मीर और 1970 के दशक के सूफी गायक स्वर्ण नूरन के बेटे ने प्रशिक्षित किया था। उस्ताद मीर के मुताबिक जब परिवार के पास कठिन समय था तब नूरां बहनों को समर्थन देने के लिए मीर ने उन्हें संगीत की शिक्षा दी।
जब ज्योति नूरां पांच साल की थी और सुल्ताना नूरां सात साल की तब उनके पिता ने उनकी प्रतिभा का पता लगाया। जब वे घर पर खेल रही थीं और एक बुल्ले शाह कलम गा रही थी, "कुली विचो नी यार ला" जो उन्होंने अपनी दादी से सुना था। तब मीर ने पूछा कि क्या वो इसे गा सकती हैं, नूरां बहनों ने तबला और हारमोनियम के साथ पेशेवर रूप से एक ताल में गीत नहीं गाया।
नूरां बहनों की खोज कनाडाई संगीत प्रचारक इकबाल महल ने साल 2010 में की और उनकी सफलता में एक बड़ी और अहम भूमिका निभाई। साल 2013 में नूरां बहनों ने पहली बार नकोदर में बाबा मुराद शाह दरगाह पर प्रदर्शन किया और वो उस रात से लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गईं।
इसके बाद नूरां बहनों का गाना "अल्लाह हू" यूट्यूब का एक हिट गाना था। फिर उसके "मैं यार द दीवाना" और "पटाखा गुड्डी" जैसे गानों ने नूरां बहनों की लोकप्रियता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बॉलीवुड में पहला ब्रेक साल 2014 में फिल्म पथक गुड्डी के संगीत निर्देशक ए आर रहमान के साथ मिला।
उसके बाद नूरां बहनों के बॉलीवुड फिल्मों में भी "घनी बांवरी", "टुक टुक", "इडियट वन्ना", "जी वे सोणिया", और "दम लगा के हइंसा" जैसे कई गाने हैं। नूरां बहनें अपने लाइव प्रदर्शन के लिए सुप्रसिद्ध हैं, क्योंकि वे स्टेज पर बहुत अच्छा प्रदर्शन करती हैं और ऊर्जावान रूप से हर शो में अपना शत-प्रतिशत देती हैं।
This week’s #Kalanjali has a special music treat for you! @swardharoharorg - The Sufi Music & Literature Festival is coming to Delhi to enchant you with soul-stirring music.
— Ministry of Culture (@MinOfCultureGoI) November 30, 2022
Register here for free passes: https://t.co/9kC3KR2A4c #AmritMahotsav
(1/2) pic.twitter.com/qn4iiKhydH