संसद के दोनों सदनों में अडानी ग्रुप पर चर्चा की उठी मांग, कारवाई 2 बजे तक स्थगित
इन दिनों अडानी ग्रुप में चल रही उथल-पुथल के बीच अब देश में इसको लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में आज अडानी को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला। जिसके बाद संसद की कारवाई को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। अडानी को लेकर संसद में चर्चा की मांग को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट है
इन दिनों अडानी ग्रुप में चल रही उथल-पुथल के बीच अब देश में इसको लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में आज अडानी को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला। जिसके बाद संसद की कारवाई को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। अडानी को लेकर संसद में चर्चा की मांग को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट है इसको लेकर कांग्रेस का कहना है कि, "अगर आज सदन अडानी पर चर्चा नहीं की गई तो सदन में ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।"
वहीं आज कांग्रेस की तरफ से सदन के पटल पर रणनीति बनाने के लिए संसद में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के साथ बैठक की गई है। इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, "हमने विपक्षी दलों बैठक बुलाई है। वहां आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। उसके बाद अगला का कदम लेंगे। हम नियम के मुताबिक नोटिस देते हैं। उनका(भाजपा) अगला कदम क्या होगा उन्हें पता होगा।"
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एलआईसी, एसबीआई, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा बाजार मूल्य खोने वाले निवेश में धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस का निलंबन दिया। वहीं इसके लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी को निशाना साधते हुए कहा कि, "पीएम मोदी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह अडानी का नहीं बल्कि पीएम मोदी का भ्रष्टाचार है।"
दरअसल जबसे हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर रिपोर्ट जारी की थी तबसे अडानी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ती जा रही है और एक सप्ताह के अंदर अडानी ग्रुप को 100 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। जहां एक तरफ अडानी ग्रुप के शेयरों मे गिरावट आ रही है तो वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने में लगा है।