पहला प्यार ही अच्छा होता है... राघव चड्ढा की टिप्पणी पर वेंकैया नायडू ने हंसते हुए दिया ये जवाब
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू विदाई समारोह के दिन भी वन लाइनर्स का तोहफा देते हुए गए है। उन्होंने विदाई के लिए दिए जा रहे सांसदों के शब्दों में भी हंसी-मजाक करने का मौक निकाल लिया है। ऐसा ही एक मौका तब आया जब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा सभापति की विदाई में भाषण दे रहे थे।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू विदाई समारोह के दिन भी वन लाइनर्स का तोहफा देते हुए गए है। उन्होंने विदाई के लिए दिए जा रहे सांसदों के शब्दों में भी हंसी-मजाक करने का मौक निकाल लिया है। ऐसा ही एक मौका तब आया जब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा सभापति की विदाई में भाषण दे रहे थे।
सभापति नायडू ने आप सदस्य की पहले प्यार वाली टिप्पणी पर ऐसी चुटकी ली जिससे पूरे सदन के सदस्यों में हंसी की लहर दौड़ गई। आप सदस्य राघव चड्ढा ने राज्यसभा में सभापति के रूप में नायडू के योगदान को याद करते हुए सदन में अपने पहले दिन का अनुभव साझा किया।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपना पहला अनुभव याद होता है। स्कूल का पहला दिन, पहला प्रिंसिपल, पहली टीचर, पहला प्यार। राघव चड्ढा ने कहा कि जब उन्होंने अपने संसदीय जीवन की शुरुआत की तो उसमें पहले सभापति नायडू ही थे, इसलिए वह सदैव उन्हें याद रखेंगे।
इसके बाद नायडू ने चुटकी लेते हुए आप सदस्य से प्रश्न किया, राघव मेरे ख्याल से प्यार एक ही होता है ना, एक बार, दो बार, तीसरी बार, ऐसा होता है... नहीं ना। पहला ही प्यार होता है ना, चड्ढा ने मुस्कुराते हुए कहा, मैं इतना अनुभवी नहीं हूं। इसके जवाब में नायडू ने भी हंसते हुए कहा, पहला प्यार अच्छा होता है, वही हमेशा रहना चाहिए.. जिंदगी भर वही रहना चाहिए। नायडू की इस टिप्पणी से पूरे सदन हंसी की लहर दौड़ गई। सदन का ऐसा कोई सदस्य नहीं होगा जो सभापति की इस टिप्पणी पर ना हंसा होगा।
दरअसल, राज्यसभा में सोमवार को सभापति के रूप में एम वेंकैया नायडू को विदाई दी गई। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 11 अगस्त को समाप्त होने वाला है। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ उनकी जगह लेंगे।