गजोधर भैया’ एक बड़ा शून्य छोड़ गए

अपनी कला से हास्य को नया रंग देने के लिए प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के निधन से फिल्म जगत ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है। हंसते-हंसते राजू श्रीवास्तव उर्फ गजोधर भैया ऐसे चले गए कि मनोरंजन जगत में कभी न भरने वाला एक बड़ा शून्य छोड़ गए। क्योंकि आज के तनाव भरे जीवन में हंसना और हंसाना बहुत मुश्किल कार्य हो गया है।

Janbhawana Times
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अपनी कला से हास्य को नया रंग देने के लिए प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के निधन से फिल्म जगत ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है। हंसते-हंसते राजू श्रीवास्तव उर्फ गजोधर भैया ऐसे चले गए कि मनोरंजन जगत में कभी न भरने वाला एक बड़ा शून्य छोड़ गए। क्योंकि आज के तनाव भरे जीवन में हंसना और हंसाना बहुत मुश्किल कार्य हो गया है। किसी को यह यकीन नहीं हो रहा है कि कॉमेडी किंग राजू आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। वे पिछले एक महीने से लगातार हॉस्पिटल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। इसमें कोई दो राय नहीं, हास्य जगत के लिए राजू का जाना एक अपूरणीय क्षति है।

पूरे देश के लोग सदमे में है क्योंकि वह एक मंजे हुए कलाकार होने के साथ साथ बेहद जिंदादिल इंसान भी थे। राजू सेलेब्स के साथ ही राजनेताओं की मिमिक्री भी किया करते थे। एक बार उन्होंने कहा था कि अक्सर मुझ पर यह आरोप लगता है कि आप लालू यादव, मुलायम यादव, आडवाणी आदि राजनेताओं की मिमिक्री करते हैं लेकिन नरेंद्र मोदी की नहीं। यहां तक एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद उनसे पूछा था कि मेरी मिमिक्री कब करेंगे। राजू ने पीएम मोदी से कहा था कि आपकी आवाज की कोशिश कर रहा हूं। जल्द ही लोगों के सामने आपका किरदार निभाता दिखूंगा। बहुत कम लोगों को पता होगा कि गजोधर भैया 12 साल तक प्यार में पागल भी रहे। 1981 में उनके बड़े भाई की शादी फतेहपुर में तय हुई थी। वहीं उन्होंने शिखा नाम की लड़की को देखा और पहली नजर में ही प्यार हो गया। 12 साल बाद दोनों ने 17 मई 1993 को शादी की थी। राजू मजेदार चुटकुला से तो हंसते ही थे इसके अलावा वह मिमिक्री करने में भी माहिर थे। उन्होंने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की भी खूब मिमिक्री करके तारीफ लूटीं।

कई बार राजू श्रीवास्तव ने अवार्ड शो में अमिताभ बच्चन की मिमिक्री की तो खुद अमिताभ बच्चन और उनके परिवार के सदस्य भी वहां मौजूद थे। हालांकि बिग-बी ने कभी भी कोई आपत्ति नहीं जताई। एक अवार्ड शो के दौरान राजू ने अमिताभ बच्चन की मौजूदगी में कह दिया था ‘सर आप तो हमारे अन्नदाता हैं, आपकी मिमिक्री करके हम अपना घर चलाते हैं’। कॉमेडी की दुनिया का चमकता सितारा अब हमारे बीच नहीं है, यह बात किसी के गले के नीचे नहीं उतर रही है। राजू के करोड़ों चाहने वाले शोक में डूबे हुए हैं। अपनी कॉमेडी से सबके चेहरों पर मुस्कान लाने वाले राजू सबकी आंखें नम करके इस दुनिया से भले ही रुखसत हो गए हैं लेकिन उन्होंने हंसी और सकारात्मकता के साथ लोगों के जीवन को रोशन किया है। हालांकि दुख इस बात का सबसे ज्यादा है कि वह हमें बहुत जल्दी छोड़कर चले गए हैं। लेकिन, इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि वह वर्षों तक अपने काम की बदौलत अनगिनत हजारों-लाखों लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। आज यही कारण है कि राजू के निधन के बाद से ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। हर कोई नम आंखों से अपने राजू को श्रद्धांजलि दे रहा है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि राजू ने केवल 50 रुपये में करियर की शुरुआत की थी। मिडिल क्लास फैमिली में जन्मे राजू ने स्टेज शो से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह टीवी और बड़े पर्दे पर भी नजर आए। लेकिन उन्हें पहचान उनके गजोधर भैया के किरदार से मिली थी। सफलता मिलने के बाद वह एक शो के लिए 5-10 लाख चार्ज करने लगे थे। बचपन से ही राजू को मिमिक्री करने का शौक था। इसलिए वह अपने सपने को साकार करने के लिए मुंबई आए। लेकिन शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा और वह रिक्शा चलाकर अपना गुजारा करते थे। आज राजू 15-20 करोड़ की संपत्ति के मालिक थे जिसे वह अपने परिवार के लिए छोड़कर चले गए हैं।

ओ राजू दूर न जाना... विनम्र श्रद्धांजलि।

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21 September 2022, 09:10 PM IST

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