बुधवार को भारत सरकार ने हज यात्रा में वीआईपी कल्चर को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। भारत सरकार के फैसले के बाद हज यात्रा के लिए वीआईपी कोटे की आरक्षित सीटें खत्म कर दी गई है यानी हज यात्रा से वीआईपी कल्चर बिल्कुल खत्म कर दिया गया है। बता दे, साल 2012 में हज यात्रा के लिए 5 हजार वीआईपी कोटे की सीट आरक्षित की गई थी।
ये सीटें भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, अल्पसंख्यक मंत्री के लिए आवंटित थी। मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि, "अब वीआईपी कोटे की सीटों को आम जनता में सीधे आवंटित किया जाएगा।" इस साल फिर से सऊदी अरब में हज यात्रा उच्चतम स्तर पर होगी।
बता दे, कोरोना महामारी के बाद हज यात्रा पर कुछ पाबंदिया लगा दी गई थी जिनको अब फिर से हटा दिया गया है। कोरोना महामारी के बाद सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा में एक हजार लोगों की संख्या ही निर्धारित की थी। वहीं इससे पहले साल 2019 में हज यात्रा के दौरान 24 लाख से ज्यादा लोग सऊदी अरब पहुंचे थे। इसके बाद साल 2021 में 60 हजार लोगों को हज यात्रा में जाने की इजाजत मिली थी।
वहीं इस बार फिर से भारी संख्या में लोग हज यात्रा में पहुंचने वाले है। बात अगर भारत की करे तो, इस साल भारत से 1.75 लाख लोग हज यात्रा के लिए सऊदी अरब जाएंगे। उत्तर प्रदेश राज्य से 30 हजार लोग हज यात्रा करने वाले है।
यानी की इस साल भारत के उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा लोग हज यात्रा करने वाले है। भारत में अब हज यात्रा पर जाने वालों के लिए आवेदन शुरू हो जाएंगे। सरकार हर बार हज यात्रा पर जाने वाले लोगों के लिए सारी सुविधाएं मुहैया कराती है। इस बार भी सरकार की तरफ से कोई कमी नहीं रहने वाली है।
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