शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा है कि राज्यपाल का विशेष सत्र बुलाने का आदेश असंवैधानिक है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी।
संजय राऊत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में अभी भी 16 विधायकों को अपात्र साबित किए जाने का निर्णय नहीं लिया है और इस संबंध में विधानसभा को यथास्थिति बनाए रखने के लिए कहा है। संजय राऊत ने कहा कि वह राज्यपाल का सम्मान करते हैं। लेकिन कल विपक्ष राज्यपाल से मिला और इसके बाद उन्होंने विशेष अधिवेशन बुलाने का आदेश दिया है। पिछले ढाई साल से राज्यपाल के पास विधान परिषद के 12 विधायकों की नियुक्ति का पत्र पड़ा हुआ है, अभी तक निर्णय नहीं ले सके हैं। राऊत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान के खिलाफ काम कर रही है और महा विकास आघाड़ी सरकार के लड़खड़ाने का इंतजार कर रही थी। उन्हें लगता है कि उनके सपने के पूरे होने की घड़ी नजदीक आ रही है।
हालांकि, यह इतना आसान और सरल नहीं है। राऊत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष महा विकास आघाड़ी सरकार बनने के पहले दिन से ही सरकार गिराने का प्रयास कर रहे थे, अगर सरकार गिरती है तो देवेंद्र फडणवीस को शुभकामना। उन्होंने कहा कि शिवसेना कानूनी सलाह के लिए शिवसेना नेता अनिल देसाई, अनिल परब तथा अरविंद सावंत को नियुक्त किया गया है। First Updated : Wednesday, 29 June 2022