Govt announces 10% reservation for Agniveers in CAPF, Assam Rifles
अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में पिछले तीन चार दिनों से भारी बवाल मचा है। इस बवाल के बीच सरकार इस योजना को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी में जुटी है। यही नहीं योजना में जरूरी बदलाव भी लगातार किए जा रहे हैं।
अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में पिछले तीन चार दिनों से भारी बवाल मचा है। इस बवाल के बीच सरकार इस योजना को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी में जुटी है। यही नहीं योजना में जरूरी बदलाव भी लगातार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही अग्निवीरों पर सरकार मेहरबान भी नजर आ रही है। पहले गृह मंत्रालय की ओर से अग्निवीरों के लिए अहम फैसले लिए गए। वहीं अब रक्षा मंत्रालय की ओर से भी बड़ा फैसला लिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ ने बताया है कि अग्निवीरों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें सरकार की ओर से क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी। यानी सरकार अब उन विरोधी स्वरों को दबाने की कोशिश में जुटी है जिनमें चार साल के बाद अग्निवीरों को रिटायर करने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
रक्षा मंत्री के दफ्तर की तरफ से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि जो नौजवान चार वर्ष सेना में सेवा देने के बाद बाहर निकलेंगे उन्हें भी सरकार की ओर से सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि, रिटायरमेंट के बाद जवानों को आजीवन अग्निवीर के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इन अग्निवीरों की सैनिक सेवा समाप्त होने के बाद कई सरकारी विभागों में चयन के लिए उन्हें प्राथमिकता दिए जाने की घोषणा हो चुकी है। यदि वे कोई और काम करना चाहेंगे तो उन्हें सस्ती दर पर कर्ज की भी सुविधा प्रधान की जाएगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सेनाओं में अग्निवीर केवल नए रिक्रूट लाने भर का नाम नहीं है बल्कि उन्हें भी वही क्वालिटी ट्रेनिंग दी जाएगी जो आज सेनाओं के जवानों को मिल रहा है।
ट्रेनिंग का समय भले ही छोटा होगा मगर क्वालिटी से कोई समझौता नहीं होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया है। गृह मंत्रालय ने अब केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स यानी CAPF और असम राइफल्स की भर्ती में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है। इसके अलावा अग्निवीरों को अधिकतम आयु सीमा में तीन साल की छूट भी दी जाएगी। वहीं सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए अग्निवीरों के पहले बैच को अधिकतम आयु सीमा में पांच साल की छूट देने का भी ऐलान किया है। बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया था.
जिसके तहत चार साल के लिए सेना में अग्निवीरों की भर्ती की जानी है. इनमें से 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में स्थाई काडर में भर्ती कर दिया जाएगा. योजना के मुताबिक, चार साल की सेवान पूरी करने के बाद 75 फीसदी अग्निवीरों को सेवा निधि देकर सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। वहीं इस योजना के तहत उम्मीदवारों की आयु अभी तक साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक निर्धारित की गई थी। सेना में भर्ती के लिए निर्धारित शैक्षिक योग्यता 12वीं पास ही रखी गई है. उम्मीदवारों के चयन के बाद 4 साल तक अग्निवीर के तौर पर सेना में अपनी सेवाएं दें सकेंगे। इस योजना के तहत हर साल 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा।
अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार महीना सैलरी समेत अन्य फायदे दिए जाएंगे. चार साल बाद जो अग्निवीर बाहर होंगे उन्हें सेना निधि पैकेज के तहत टैक्स फ्री करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त दिए जाएंगे। वहीं युवा वर्ग सरकार की इस नीति से खुश नहीं दिखाई दे रहा। युवाओं की मांग है कि सेना में चार साल की सेवा में ट्रेनिंग और छुट्टियां मिला दें तो सर्विस केवल तीन साल की रह जाती है. ऐसे में हम देश की रक्षा कैसे करेंगे? वहीं कुछ युवाओं का मानना है कि, सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत भी कम से कम 10-12 साल की सर्विस होती है. लेकिन इस योजना के तहत चार साल बाद 75 फीसदी अग्रिवीरों को सेना से बाहर कर दिया जाएगा. युवाओं का कहना है कि चार साल बाद वे कहां जाएंगे। खबरों को विस्तार से जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.thejbt.com को लॉग इन कर सकते हैं। देश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहिए जनभावना टाइम्स।