H3N2 Influenza In Assam : कोविड-19 वायरस के बाद पूरी दुनिया में नए-नए वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। लोग अभी कोविड से हुए नुकसान का नतीजा आज भी भुगत रहे हैं। लाखों लोगों ने कोरोना महामारी के चलते अपनी जना गवां दी। इसके कई वैरिएंट बाद में सामनें आए जिसने लोगों को बहुत प्रभावित किया। अब आपको बता दें कि पूरी दुनिया पर एक और वायरस का खतरा मंडरा रहा है।
एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए केंद्र सरकार इससे बचने के लिए कई उपाय कर रही है। लोगों को यह नया वायरस डरा रहा है। अब आपको बता दें कि बुधवार को असम में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस का पहला मामला सामने आया है। इसकी जानकारी एक ऑफिशियल बुलेटिन में दी गई है।
असम में बुधवार 15 मार्च को एच3एन2 वायरस से संक्रमित पहला मरीज मिला है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इसके लेकर एक बुलेटिन जारी किया। इस बुलेटिन के अनुसार असम राज्य का स्वास्थ्य विभाग रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत राज्य में मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों पर नजर रख रहा है।
आपको बता दें कि असम सरकार ने इस नए वायरस से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। बुलेटिन के अनुसार दुनिया भर में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस के केस पिछले कुछ महीनों में बढ़े हैं। वहीं भारत की बात करें तो यहां मौसमी इन्फ्लुएंजा दो समय ज्यादा बढ़ता है। एक को जनवरी के मार्च के महीने में और दूसरा मानसून के बाद।
इस बुलेटिन में कहा गया कि मार्च के महीने के आखिरी में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामले में कमी आ सकती है। आपको बता दें कि यह बीमारी किसी व्यक्ति खांसी और छींक आती है तब उससे निकलने वाली बूंदों से इसका संक्रमण दूसरे व्यक्ति में हो जाता है।
बुलेटिन में कहा गया कि इस वायरस के अधिकतर मामलों में खांसी और सर्दी, शरीर में दर्द, बुखार जैसे लक्षण होते हैं। आपको बता दें कि इस से पीड़ित मरीज एक हफ्ते में ठीक हो जाता है।
एनएचएम ने कहा, ‘मेडिकल कॉलेजों सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में परीक्षण किट, दवाओं, निदान और मामले के प्रबंधन के लिए उपभोग्य सामग्रियों का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखा गया है’। First Updated : Thursday, 16 March 2023