रोहिंग्या को लेकर गृह मंत्रालय का दो टूक, कहा निर्वासन तक डिटेंशन सेंटर रहेंगे
रोहिंग्या(अवैध विदेशी) का मामला एक बार फिर से चर्चा में है. दरअसल, ख़बरों कि माने तो रोहिंग्या को लेकर एक मीडिया रिपोर्ट छपी है. जिसमे यह कहा जा रहा है कि गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली के बक्करवाला में अवैध प्रवासियों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट प्रदान किया गया है.
नई दिल्ली। रोहिंग्या(अवैध विदेशी) का मामला एक बार फिर से चर्चा में है. दरअसल, ख़बरों कि माने तो रोहिंग्या को लेकर एक मीडिया रिपोर्ट छपी है. जिसमे यह कहा जा रहा है कि गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली के बक्करवाला में अवैध प्रवासियों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट प्रदान किया गया है.
लेकन इसकी पुष्टि करते हुए आज गृह मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि मंत्रालय ने अवैध प्रवासियों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट प्रदान करने का कोई निर्देश नहीं दिया है, दिल्ली सरकार ने रोहिंग्याओं को एक नए स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखा. MHA ने GNCTD को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि रोहिंग्या वर्तमान स्थान पर बने रहेंगे क्योंकि गृह मंत्रालय पहले ही MEA के माध्यम से संबंधित देश के साथ उनके निर्वासन का मामला उठा चुका है. अवैध विदेशियों को कानून के अनुसार उनके निर्वासन तक डिटेंशन सेंटर में रखा जाना है. दिल्ली सरकार ने वर्तमान स्थान को डिटेंशन सेंटर घोषित नहीं किया है. उन्हें तुरंत ऐसा करने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि दिल्ली के कई इलाकों में अवैध रूप से विदेशी, खासकर रोहिंग्या रह रहें हैं. कई बार इसको लेकर चर्चाएं हुई है. गृह मंत्रालय के अनुसार दिल्ली सरकार ने गृहमंत्री के पास उनके स्थानांनतरण को लेकर प्रस्ताव रखा है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार दिल्ली के सीलमपुर, जहांगीरपुरी, शाहीनबाग और इसके आस-पास के जगहों पर रह रहें हैं.