नई दिल्ली: दिल्ली में मंकीपॉक्स का पांचवा केस सामने आने के बाद देश में मंकीपॉक्स के कुल 10 मामले हो गये हैं। शनिवार लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती एक महिला के पॉजिटिव होने के बाद दिल्ली में मंकीपॉक्स के पांच केस हो गये हैं. इसके साथ ही भारत में मंकीपॉक्स के संक्रमणों की संख्या बढ़कर कुल 10 हो गई है। दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से 4 का इलाज चल रहा है जबकि एक को कुछ दिन पहले ही छुट्टी दे दी गई थी।
दरअसल, हाल ही में भारत में भी मंकीपॉक्स के कई मामले सामने आए हैं केरल, तमिलनाडु और दिल्ली में मरीजों के मिलने के बाद सरकार खासी अलर्ट देखी जा रही है। जिससे निपटने के लिये पिछले दिनों केंद्र सरकार ने देश में मंकीपॉक्स के मामलों को लेकर बड़ा फैसला लेते हुये मामलों पर नजर रखने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। यही वजह है कि सरकार ने मंकीपॉक्स के मद्देनजर एयरपोर्ट और पोर्ट हेल्थ ऑफिसर्स के अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के क्षेत्रीय निदेशकों को सभी इंटरनेशनल ट्रैवलर्स की कड़ी स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात हो कि पहली बार ये बीमारी 1958 में सामने आई थी तब रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में यह संक्रमण मिला था इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया है। दुनियाभर में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की बीमारी से बचाव के तरीक़े देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के साथ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें की एक सूची जारी की। इसने यह भी रेखांकित किया कि कोई भी व्यक्ति वायरस को पकड़ सकता है यदि वह किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक या बार-बार संपर्क में रहा हो।
मंत्रालय ने संक्रमित व्यक्ति को दूसरों से अलग करने की सलाह दी ताकि बीमारी न फैले, हैंड सैनिटाइटर का उपयोग, या साबुन और पानी से हाथ धोना, रोगी के करीब होने पर मास्क और हाथों को डिस्पोजेबल दस्ताने से ढंकना और कीटाणुनाशक का उपयोग करना जैसे उपाय मंत्रालय ने सुझाये हैं। First Updated : Saturday, 13 August 2022