उत्तराखंड के जोशीमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते लोगों का जीना दुशवार हो गया है जोशीमठ में मौजूद मकान, दुकान और होटलों में भूस्खलन के चलते लगातार बड़ी-बड़ी दरारे देखने को मिल रही है। भूस्खलन के चलते यहां रहने वाले लोगों को अपने घर तक छोड़ने पड़ रहे है। इसी को लेकर अब राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी सख्त होती दिखाई दे रही है।
जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ पी के मिश्रा PMO में कैबिनेट सचिव, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में जोशीमठ जिला पदाधिकारी जो ग्राउंड जीरो पर मौजूद वे भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए मौजूद रहे। इस दौरान बैठक में एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
जोशीमठ के अधिकारियों ने पीएमओ को वहां की पूरी जानकारी दी। जोशीमठ में अब NDRF की एक टीम और SDRF की चार टीमें तैनात कर दी गई। केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को हर संभव मदद देना का आश्वासन दिया है। जोशीमठ में मौजूद आम लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। वहीं जोशीमठ के हालात का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर भी बात की।
फोन पर सीएम धामी ने पीएम मोदी का जोशीमठ के हालातों की पूरी जानकारी दी। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें हर संभव मदद देना की बात कही। उससे पहले शनिवार को सीएम धामी ने जोशीमठ इलाके में पहुंचकर वहां के हालातों का जायजा भी लिया था और पीड़ित परिवारों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजने के दिशा निर्देश दिए थे। फिलहाल जोशीमठ में सभी तरह के डेवलपमेंटल कार्यों को पर रोक लगा दी गई है।
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Weather Forecast: 10 जनवरी तक दिल्ली समेत इन राज्यों में ठंड का रेड अलर्ट जारी First Updated : Sunday, 08 January 2023