अमेरिका को दरकिनार करते हुए रूस में होगी मोदी-पुतिन की मुलाकात
रुस के यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका समते कई पश्चिमी देशों और रुस के बीच संबंधों में खटास आई है कई देशों ने रुस पर कड़ी पाबंदी भी लगाई है लेकिन ने रुस के साथ अपने अच्चे संबंध ऐसे ही रखे है जैसे की पहले थे।
रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका समते कई पश्चिमी देशों और रुस के बीच संबंधों में खटास आई है कई देशों ने रुस पर कड़ी पाबंदी भी लगाई है लेकिन ने रुस के साथ अपने अच्चे संबंध ऐसे ही रखे है जैसे की पहले थे। भारत एक फिर से अमेरिका को दरकिनार करते हुए रूस से अपनी दोस्ती को और ज्यादा मजबूत करने जा रहा है। इसको लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर 8 नवंबर को रूस के दौरे पर जायेंगे।
जहां वे अपने समकक्ष सेरगे लावरोव से मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों और इंटरनेशनल एजेंडा पर भी बात होगी। वहीं इसके बाद नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी मुलाकात हो सकती है। हालांकि इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इससे पहले मोदी और पुतिन के बीच सितंबर में उज्बेकिस्तान में हुई एससीओ समिट के दौरान मुलाकात हुई थी।
जिसके बाद अब डोनेशिया के बाली में जी-20 समिट की बैठक होने वाली है जिसको लेकर बताया जा रहा है कि इस बैठक में एक बार फिर से इन दोनों के बीच मुलाकात होने वाली है। इससे पहले यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद जहां कई देशों ने रुस को दरकिनार कर दिया था इसी बीच रुस के विदेश मंत्री लावरोव भारत के दौरे पर आए थे जो यह दर्शाता है कि भारत और रुस के बीच कितनी मजबूत दोस्ती है और रुस हमेशा भारत के साथ खड़ा है।