जातिवाद पर बोले मोहन भागवत, 'जाति भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाई'
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जातिवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जाति भगवान ने नहीं बल्कि पंडितों ने बनाई है। भागवत मान ने कहा कि धर्म के अनुसार कर्म करो। समाज की उन्नति के लिए काम करना यही धर्म है। सिर्फ अपने बारे में सोचना और पेट भरना धर्म नहीं है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जातिवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जाति भगवान ने नहीं बल्कि पंडितों ने बनाई है। भागवत मान ने कहा कि धर्म के अनुसार कर्म करो। समाज की उन्नति के लिए काम करना यही धर्म है। सिर्फ अपने बारे में सोचना और पेट भरना धर्म नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को मुंबई में कहा कि संत रोहिदास ने कहा कर्म करो, धर्म के अनुसार कर्म करो। पूरे समाज को जोड़ो, समाज की उन्नति के लिए काम करना यही धर्म है। सिर्फ अपने बारे में सोचना और पेट भरना ही धर्म नहीं है और यही वजह है कि समाज के बड़े-बड़े लोग संत रोहिदास के भक्त बनें।
संत रोहिदास ने कहा कर्म करो, धर्म के अनुसार कर्म करो। पूरे समाज को जोड़ो, समाज की उन्नति के लिए काम करना यही धर्म है। सिर्फ अपने बारे में सोचना और पेट भरना ही धर्म नहीं है और यही वजह है कि समाज के बड़े-बड़े लोग संत रोहिदास के भक्त बनें: RSS प्रमुख मोहन भागवत, मुंबई pic.twitter.com/naWrdns5eS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2023
मोहन भागवत ने जातिवाद पर बड़ा बयान दिया है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारे समाज के बंटवारे का ही फायदा दूसरों ने उठाया। इसका फायदा उठाकर आक्रमण हुए और बाहर से आए लोगों ने इसका फायदा उठाया है। मोहन भागवत ने कहा कि "भगवान ने कहा कि मेरे लिए सभी एक हैं। उनमें कोई जाति, वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था।"
हमारी समाज के प्रति भी ज़िम्मेदारी है। जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक है, उनमें कोई जाति, वर्ण नही है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था: RSS प्रमुख मोहन भागवत, मुंबई pic.twitter.com/Zh2CALnWCK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2023
मोहन भागवत ने कहा कि "हमारी समाज के प्रति भी ज़िम्मेदारी है। जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक है। उनमें कोई जाति, वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था।"