Navjot Singh Sidhu: जेल में सिद्धू की पहली रात

पंजाब के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। 20 मई को जेल में उन्होंने पहली रात गुजारी।

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पंजाब के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। 20 मई को जेल में उन्होंने पहली रात गुजारी। सिद्धू को पटियाला केंद्रीय सुधार घर में भेजा गया है। जहां उन्हें कैदी नंबर और कोठरी भी अलॉट हो चुकी है।

34 साल पुराने रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई है इसके उन्होंने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया था। सिद्धू को पटियाला जेल के वार्ड नंबर 10 में रखा गया है। जेल में सिद्धू की पहली रात करवटें बदलते हुए गुजरी। उन्होंने शुक्रवार रात का खाना नहीं खाया। सिर्फ कुछ दवाएं लीं। जेल अधिकारियों के मुताबिक सिद्धू जेल कर्मचारियों से पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं उनके लिए किसी खास तरह के खाने का इंतजाम नहीं किया गया है।

बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को जेल में कैदी नंबर 241383 मिला है। उन्हें केंद्रीय सुधार घर में 10×15 की कोठरी अलॉट हुई है। जिसमें उनके साथ चार और कैदी भी मौजूद हैं. इन कैदियों में दो पूर्व पुलिसकर्मी हैं और दो आम नागरिक हैं जो अलग-अलग अपराधों की सजा काट रहे हैं। जेल में सिद्धू को एक कुर्सी एक मेज, एक अलमारी, एक कंबल, एक बेड, दो तौलिये, एक मच्छरदानी, एक कॉपी-पेन, एक जोड़ी जूते, दो बेडशीट और चार कुर्ते-पजामे दिए गए हैं। बता दें कि सिद्धू को सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है।

ऐसे में जेल नियमों के अनुसार पहले तीन महीने तक उनकी ट्रेनिंग चलेगी और काम करने पर कोई पारिश्रमिक नहीं मिलेगा। उसके बाद ही उन्हें स्किल्ड, सेमी स्किल्ड या अनस्किल्ड कैटिगरी में रखा जाएगा और उसी के हिसाब से उनकी रोजाना की मजदूरी तय होगी। बता दें कि कैदियों को 30 से लेकर 90 रुपये रोजाना मजदूरी मिलती है। सिद्धू के मीडिया सलाहकार ने जानकारी दी है कि सिद्धू की दो-तीन सर्जरी पहले हो चुकी हैं। उन्हें लिवर और ब्लड क्लॉटिंग से जुड़ी समस्याएं रही हैं।

उनकी 2015 में दिल्ली के अस्पताल में डीवीटी की सर्जरी हुई थी, जिसमें उनकी नसों में खून के थक्के बन गए थे। उन्होंने कहा कि सिद्धू को जेल में अपनी बीमारी का ध्यान रखना होगा और गेहूं के आटे से बनी चीजों को खाने से बचना होगा। बता दें कि कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने 1988 के रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सुनाई गई एक साल की सजा के एक दिन बाद शुक्रवार को अदालत में सरेंडर कर दिया था।

शाम चार बजे सिद्धू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया उसके बाद उनका मेडिकल कराया गया और उन्हें पटियाला केंद्रीय कारागार भेज दिया गया। इससे पहले सिद्धू ने सरेंडर के लिए सुप्रीम कोर्ट से समय मांगा था, लेकिन उनकी इस मांग पर सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद सिद्धू ने सरेंडर कर दिया। बता दें कि 58 साल के सिद्धू का 34 साल पहले 27 दिसंबर 1988 को पटियाला में गाड़ी पार्किंग को लेकर 65 साल के एक बुजुर्ग गुरनाम सिंह से विवाद हो गया था। विवाद हाथापाई में तब्दील हो गई जिसमें बुजुर्ग को गंभीर चोटें आईं और अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। First Updated : Saturday, 21 May 2022