Parliament: अडानी मामले पर विपक्ष का संसद की पहली मंजिल पर विरोध प्रदर्शन, दोनों सदनों में कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित
बजट सत्र के दूसरे चरण में मंगलवार को भारी हंगामे के बाद संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दो बजे तक स्थागित कर दी गई। विपक्षी नेताओं ने सदन भवन की पहली मंजिल पर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद विपक्षी नेताओं ने अडानी मामले पर जेसीपी की मांग को लेकर संसद भवन में हंगामा किया।
अडानी मामने पर संयुक्त संसदीय समिति (जेसीपी) की मांग को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद की पहली मंजिल पर विरोध प्रदर्शन किया। बजट सत्र के दूसरे चरण में मंलगवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान सरकार और विपक्षी दल एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। विपक्ष ने अडानी मामले जेपीसी बनाने की मांग को लेकर अड़ा हुआ है। वहीं बीजेपी नेता राहुल गांधी से माफी की मांग की है। इसके बाद संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को दो बजे तक स्थागित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ने बुलाई सभी दलों की बैठक
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा स्थगित होने के बाद आज दोपहर 1 बजे अपने कक्ष में सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। वहीं विपक्षी दलों के नेताओं ने सदन में रणनीति बनाने के विषय पर संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में उनसे मुलाकात की।
इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। मेहुल चौकसी का नाम इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस से हटाने पर नाना पटोले ने कहा कि "डाकुओं को बचाना और सन्यासी को जेल में डालना यह बीजेपी की नीति है। अपने पद का दुरुपयोग कैसे करना है इसके बारे में मोदी जी ने कई बार बताया है।" नाना पटोले ने पूछा कि "अडानी और मोदी जी के संबंध क्या हैं? राहुल गांधी के इस सवाल पर उन्हें परेशान किया जाता है। सरकार ने जान बूझकर यह किया है मेहुल चौकसी मोदी जी के मित्र है।"