अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने नहीं किए हस्ताक्षर
रक्षा संबंधी संसदीय परामर्श समिति के सदस्य व कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोमवार को छह विपक्षी सांसदों के बयान पर
रक्षा संबंधी संसदीय परामर्श समिति के सदस्य व कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोमवार को छह विपक्षी सांसदों के बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए। जिसमें उन्होंने अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग थी। सोमवार को संसद के मानसून सत्र से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा संबंधी संसदीय परामर्श समिति के सदस्यों को सेना भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ योजना’ के बारे में एक प्रस्तुति दी, लेकिन विपक्ष के छह सांसदों ने इसे तत्काल वापस लेने की मांग की।
बयान पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों में शक्ति सिंह गोहिल, रजनी पाटिल (कांग्रेस), सुप्रिया सुले (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी), सौगत राय एवं सुदीप बंदोपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) और राष्ट्रीय जनता दल के ए. डी. सिंह शामिल हैं। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए।
ज्ञात हो कि मनीष तिवारी सार्वजनिक तौर पर अग्निपथ योजना की सराहना कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि यह जरूरी सुधार है क्योंकि दुनिया के अन्य देशों के सशस्त्र बलों ने ऐसी योजना पेश की है।
अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस
कांग्रेस अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा समेत पार्टी के कई नेताओं ने अग्निपथ योजना का जमकर विरोध किया। वहीं पार्टी के सांसद मनीष तिवारी इस योजना को देशहित में बताया है।