विपक्ष अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार करेगा तय
राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति की तरह ही विपक्ष उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार तय रकने की दिशा में काम कर रहा है।
राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति की तरह ही विपक्ष उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार तय रकने की दिशा में काम कर रहा है। समान विचारधारा वाले दलों के बीच विचार-विमर्श चल रहा है, लेकिन अभी तक किसी उम्मीदवार को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
विपक्ष एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करने पर विचार कर रहा है, ताकि वह सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार को कुछ चुनौती दे सके। विपक्ष के सूत्रों ने कहा कि इस पद के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा। हालांकि, विपक्ष के पास ऐसा करने की बहुत कम संभावना है, क्योंकि इस चुनाव में मतदाता केवल संसद के सदस्य हैं और निचले सदन में भाजपा का भारी जनादेश है, जबकि उच्च सदन में यह 95 से अधिक सीटों वाली अकेली सबसे बड़ी पार्टी है।
खबर है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक को देखते हुए राज्य से किसी को विपक्षी खेमे से उतारा जा सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है, लेकिन सभी विपक्षी दलों ने उनका समर्थन नहीं किया है। पिछले चुनाव में विपक्ष ने गोपालकृष्ण गांधी को मैदान में उतारा था, लेकिन वे वेंकैया नायडू से हार गए थे। इस बार भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए गांधी का नाम प्रस्तावित किया गया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
वेंकैया नायडू ने 2017 में विपक्ष के गोपालकृष्ण गांधी को हराकर 516 वोट हासिल किए, जो केवल 244 वोटों का प्रबंधन कर सके। उपराष्ट्रपति चुनाव जो 6 अगस्त को होने वाला है। चुनाव आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि जिस तारीख को वोट पड़ेंगे, उसी दिन मतगणना की जाएगी।