बॉडी स्प्रे शॉट के विवादित विज्ञापन को तुरंत हटाने का आदेश, सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बिठाई जांच
सूचना और प्रसारण (I&B) मंत्रालय ने शनिवार को विवादास्पद डिओडोरेंट विज्ञापनों को निलंबित करने का आदेश दिया। इसके अलावा, विज्ञापन कोड के अनुसार पूछताछ की जा रही है। सोशल मीडिया पर Rape culture को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन का विरोध किया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि विज्ञापन कोड के अनुसार जांच की जा रही है।
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बॉडी स्प्रे शॉट के विवादित विज्ञापन को तुरंत रोकने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब को भी आदेश दिया है कि वो तुरंत अपने प्लेटफॉर्म से लेयर्स बॉडी स्प्रे शॉट का विज्ञापन हटा दें। मंत्रालय ने विज्ञापन कोड़ के आधार पर लेयर्स बॉडी स्प्रे शॉट के विज्ञापन पर जांच भी शुरू कर दी है। बॉडी स्प्रे ब्रैंड लेयर के शॉट डियो को लेकर लोगों का कहना है कि ये रेप कल्चर को बढ़ावा देता है।
सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन की खूब आलोचना हुई और लोगों ने अनुराग ठाकुर समेत कई मंत्रियों को ट्विटर पर टैग करे इस वीडियो पर संज्ञान लेने की गुजारिश की थी। विज्ञापन के पहले हिस्से में दिखाया जाता है कि एक लड़का और एक लड़की एक कमरे में बिस्तर पर बैठे हुए हैं। इस बीच वहां तीन लड़के और आ जाते हैं। लड़की तीनों लड़कों को देख घबरा जाती है।
इस बीच तीन लड़कों में से एक लड़का बेड पर उस लड़की के साथ बैठे लड़के से पूछता है- शॉर्ट तो मारा होगा? इसके बाद वो लड़के कहते हैं कि अब हमारी बारी है। दूसरे विज्ञापन में एक मॉल में चार लड़के जाते हैं। वहां एक लड़की मौजूद होती है। इन चारों लड़कों में से एक लडका कहता है कि हम चार और ये एक? दूसरा लड़का कहता है तो शॉर्ट कौन लेगा? लड़की खबरा जाती है। इसके बाद डियो दिखा जाता है। इन दोनों विज्ञापनों को तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है।