राजधानी दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, गलन और भरी शीतलहर का प्रकोप चल रहा है। दिल्ली के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकांश जगहों तथा जम्मू-कश्मीर के कुछ पर्यटन स्थलों की तुलना में काफी कम है। इस ठंड और कोहरे की वजह से सबसे ज्यादा असर ट्रेनों पर पड़ा है।
आज यानी रविवार को रेलवे मंत्रालय ने बताया कि, कोहरे के कारण 480 से अधिक रेलगाड़ियों की आवाजाही पर असर पड़ा है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘कोहरे के कारण करीब 335 रेलगाड़ियों के आवागमन में देरी हुई है। 88 ट्रेन रद्द कर दी गईं हैं। 31 रेलगाड़ियों का मार्ग बदलना पड़ा और 33 रेलगाड़ियों की यात्रा को गंतव्य से पहले समाप्त कर दिया गया।’
पश्चिमोत्तर भारत तथा निकटवर्ती मध्य एवं पूर्वी हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने के कारण सड़क, रेल और विमान यातायात पर असर पड़ा है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पालम वेधशाला में सुबह करीब 5:30 बजे बहुत घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई।
दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (Delhi International Airport Limited) ने ट्वीट किया कि जो उड़ानें कैट-3 प्रणाली के अनुरूप नहीं हैं, उन पर कोहरे का असर पड़ सकता है।
यात्रियों को उड़ानों के बारे में अद्यतन सूचनाओं के लिए संबंधित एअरलाइन से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 0 से 50 मीटर तक दिखाई पड़ने की स्थिति ‘बहुत घने’ कोहरे, 51 मीटर से 200 मीटर तक ‘घने’ कोहरे, 201 मीटर से 500 मीटर तक ‘मध्यम’ कोहरे और 501 मीटर से 1000 मीटर तक दिखाई पड़ने की स्थिति ‘हल्के’ कोहरे की कैटेगरी में आता है। First Updated : Sunday, 08 January 2023