Padma Awards 2023: पद्म पुरस्कारों से सम्मानित कर रहीं राष्ट्रपति मुर्मू, पद्म भूषण से नवाजे गए कारोबारी कुमार मंगलम बिड़ला
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को 106 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Padma Awards 2023: नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा बुधवार को 106 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पहला समान आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी को मिला। बेटी ने पिता बालकृष्ण को मिला पद्म विभूषण सम्मान ग्रहण किया। इन पद्म पुरस्कारों में से छह पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री हैं। पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं शामिल हैं।
कुमार मंगलम परिवार के चौथे शख्स, जिन्हें मिला सम्मान-
इसके बाद देश के जाने-माने कारोबारी कुमार मंगलम बिड़ला को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में योगदान के लिए भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वे अपने परिवार में पद्म पुरस्कार पाने वाले चौथे व्यक्ति हैं। उनसे पहले मां राजश्री, दादा बसंत कुमार बिड़ला को पद्म भूषण और परदादा घनश्याम दास बिड़ला को पद्म विभूषण पुरस्कार मिल चुके हैं।
पंडवानी गायिका उषा को पद्म श्री से सम्मनित किया गया। उन्होंने सम्मान लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने घुटनों के बल बैठीं और उन्हें प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के पैर छूकर सम्मान ग्रहण किया।
गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता वी.पी. अप्पुकुट्टन पोतुवाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
प्रसिद्ध मराठी लेखक और पत्रकार रमेश रघुनाथ पतंगे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
दिव्यांग बच्चों के पुनर्वास के लिए डॉ. हनुमंत राव पसुपुलेटी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
हीमोफिलिया पर अपने काम के लिए प्रसिद्ध डॉ. नलिनी पार्थसारथी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
वेटरनरी माइकोलॉजी में अग्रणी प्रो. डॉ. महेंद्र पाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
थमाटे वाद्य यंत्र वादक नाडोजा पिंडीपापनहल्ली मुनिवेंकटप्पा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
सिद्दी आदिवासी समुदाय के उत्थान हेतु समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हिरबाईबेन इब्राहिमभाई लॉबी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
दुइतारा वाद्य यंत्र के माध्यम से खासी जनजातीय लोक संगीत को बढ़ावा देने वाले रिसिंगबोर कुरकालंग को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक प्रो. डॉ. अरविंद कुमार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
कठपुतली कलाकार मागुणि चरन कुअंर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
खसरा महामारी के दौरान जारवा जनजाति को विलुप्त होने से बचाने के लिए रतन चंद्र कर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
खसरा महामारी के दौरान जारवा जनजाति को विलुप्त होने से बचाने के लिए रतन चंद्र कर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
दिग्गज भरतनाट्यम गुरु थिरुविडैमरुथुर कुप्पैया कल्याणसुंदरम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया
भारत के प्रसिद्ध निवेशक राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला को (मरणोपरांत) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
जमातिया समुदाय को सुरक्षा और उत्थान के लिए जीनव समर्पित करने वाले बिक्रम बाहादुर जमातिया को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
पंजाबी और हिन्दी साहित्य के प्रख्यात विद्वान रतन सिंह जग्गी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
भारत में आधुनिक वास्तुकला के अग्रणी बालकृष्ण दोशी को (मरणोपरांत) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
खानाबदोश समुदायों के कल्या के लिए योगदान देने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भिकू रामजी इदाते को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
ब्रास नक्काशी के मास्टर शिल्पकार दिलशाद हुसैन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
एशिया में नीली क्रांति के वास्तुकारों में से एक प्रसिद्ध एक्वाकल्चरिस्ट मोदादुगु विजय गुप्ता को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
असम की सदियों पुरानी पारंपरिक मुखौटा बनाने की संस्कृति को संरक्षित करने वाले मुखौटा निर्माता हेमचंद्र गोस्वामी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
असम की सदियों पुरानी पारंपरिक मुखौटा बनाने की संस्कृति को संरक्षित करने वाले मुखौटा निर्माता हेमचंद्र गोस्वामी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
सर्प पकड़ने के विशेषज्ञ वडीवेल गोपाल और मासी सडयान को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र चंद्र देबबर्मा को (मरणोपरांत) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
चुनारा समुदाय के सातवीं पीढ़ी के कलमकारी कलाकार भानुभाई चुनीलाल चितारा जिन्होंने माता नी पछेड़ी पेंटिंग की 400 साल पुरानी कला को जीवित रखा है, उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
चावल की 50 से अधिक देशी किस्मों को संरक्षित करने वाले वायनाड के चावल की खेती करने वाले कुरचिया आदिवासी किसान रामन चेरुवयल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
एयर इंडिया कनिष्क विमान बमधमाके में अपने परिवार को खोने के बाद गरीबों की सेवा हेतु समर्पित कार्यकर्ता संकुरात्रि चंद्रशेखर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
प्रसिद्ध बैगा चित्रकार जोधाईया बाई बैगा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म भूषण से सम्मानित किया।
आध्यात्मिक नेता कमलेश दी. पटेल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म भूषण से सम्मानित किया।
भाषा विज्ञान के प्रसिद्ध प्रोफेसर कपिल कपूर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म भूषण से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदश मंत्री एस. जयशंकर, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव सहित कई लोग मौजूद रहे।