Pakistan ने Drone के जरिए भेजा Tifin Box में रखा IED बम

पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान बार बार कभी कश्मीर तो कभी पंजाब और राजस्थान में बॉर्डर से सटे इलाकों में ड्रोन के जरिए साजिश रचता रहता है।

पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान बार बार कभी कश्मीर तो कभी पंजाब और राजस्थान में बॉर्डर से सटे इलाकों में ड्रोन के जरिए साजिश रचता रहता है। ताजा मामला कश्मीर के कनाचक इलाके का है। जहां दयारान इलाके में बीएसएफ ने टिफिन बॉक्स के अंदर से आईईडी बरामद किए हैं जिसमें अलग-अलग समय के लिए टाइमर सेट किया गया था। हालांकि समय रहते बीएसएफ ने उन्हें निष्क्रिय कर दिया।

बीएसएफ ने सोमवार रात करीब 11 बजे कनाचक के दयारान इलाके में एक ड्रोन गतिविधि देखी थी और उसपर गोलियां चलाईं। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस बल को तैनात किया गया और ड्रोन विरोधी एसओपी का पालन किया गया। बीएसफ ने बताया है कि ड्रोन से जुड़े पेलोड को नीचे लाया गया। पेलोड में बच्चों के टिफिन बॉक्स के अंदर तीन चुंबकीय आईईडी पैक किए गए थे, जिसमें अलग-अलग समय के लिए टाइमर सेट किया गया था। आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया है और एक मामला दर्ज किया गया है। संग्दिध ड्रोन हवा में करीब 800 मीटर ऊपर उड़ रहा था। सुरक्षाबलों को आशंका है कि पाकिस्तान की ओर से किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की बड़ी योजना बनाई गई थी।

आईईडी में टाइमर सेट करके भेजा गया था। रात के अंधेरे में इन बमों को कहां फेंका जाना है फिलहाल साफ नहीं है। मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इससे पहले भी कठुआ जिले में बीएफएफ ने एक ड्रोन को मार गिराया था, जिसमें बम जैसी कोई चीज मिली थी। स्थानीय लोगों ने ड्रोन को देखा था। जून 2021 में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर ड्रोन अटैक किया गया था। भारत में ड्रोन अटैक का ये पहला मामला था। इस हमले में ड्रोन के जरिए एयरफोर्स स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में कम तीव्रता वाले दो बम गिराए गए थे। ये धमाके आधी रात को करीब डेढ़ बजे हुए थे। इसके चलते छत को थोड़ा नुकसान पहुंचा था और एक जवान भी घायल हुआ था। उसके बाद से ही लगातार सतर्कता बरती जा रही है।

बता दें कि पिछले दिनों ड्रोन के जरिए पंजाब में भी विस्फोटक गिराए जाने का मामला सामने आ चुका है। सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी ड्रोन अटैक्स को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि अब युद्ध के तरीके बदल चुके हैं और पहली गोली चलने से पहले ही युद्ध शुरू हो सकता है।

सीमापार से बार-बार ड्रोन की गतिविधियां होने के चलते पुलिस तलाशी दल नियमित रूप से उस क्षेत्र में भेजे जा रहे हैं। ये घटना दक्षिण कश्मीर हिमालय में पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए सलाना तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले हुई है। इस यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। यहां 30 जून से 43 दिवसीय अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होने वाली है।

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07 June 2022, 05:15 PM IST

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