पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पार्थ चटर्जी ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, बरामद पैसे के साथ किसी भी संबंध नही है जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मंत्री के यहां छापेमारी के दौरान मिला था। पार्थ चटर्जी ने कहा, "यह मेरा पैसा नहीं है। इस पैसे से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। ESI अस्पताल में चेकअप के लिए जब पार्थ चटर्जी को लाया गया तो रिपोर्टर्स के सवाल के जवाब में पार्थ चटर्जी ने बताया कि उनके खिलाफ किसने षड्यंत्र किया, समय आने पर सब पता चलेगा।
उन्होंने अपने अस्वस्थता के बारे में भी बताया और आखरी सवाल में जब उनसे पैसे के बारे में पूछा गया तो पार्थो चटर्जी ने बताया कि पैसा उनका नहीं है। ईडी ने पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा भर्ती अभियान में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था, जब वह 2014 से 2021 तक बंगाल के शिक्षा मंत्री थे। चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया गया और ईडी ने कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में उनके घरों से करोड़ों रुपये जब्त किए। First Updated : Sunday, 31 July 2022