बाल विवाह मुहिम के तहत अब तक 2,441 लोगों की हुई गिरफ्तारी
बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार की व्यापक मुहिम जोरों पर है। असम में बाल विवाह मामलों के जुड़े लोगों पर पुलिस एक्शन ले रही है।
बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार की व्यापक मुहिम जोरों पर है। असम में बाल विवाह मामलों के जुड़े लोगों पर पुलिस एक्शन ले रही है। कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाल विवाह मुहिम के तहत तीन दिन में अब तक कुल 2,441 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने 4 फरवरी को इस मामले में बयान दिया था, उन्होंने कहा असम में आगामी विधानसभा तक बाल विवाह सामाजिक कुरीति के खिलाफ ये कार्रवाई जारी रहेगी। विपक्ष ने इस विरोध जताया और इस मुहिम को जल्दबाजी में चलाया गया का हथकंडा बताया है।
अधिकारियों के अनुसार बाल विवाह मामले में अब तक पूरे राज्य में 4,074 केस दर्ज हुए हैं। ये सभी गिरफ्तारियां दर्ज एफआईआर के आधार पर हुई हैं। पुलिस ने इस मामले में बयान दिया है। पुलिस के कहा विश्वनाथ जिले से कम से कम 139 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं बारपेटा जिले से 130 और धुबरी में सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई है और यहां बाल विवाह के 374 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा होजई में 117 लोगों को और बोंगईगांव में भी 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इसके बाद होजई (255) और मोरीगांव (224) में मामले दर्ज किए गए हैं। असम सरकार की बाल विवाह के खिलाफ चलाई जारी रही मुहिम के खिलाफ भारी विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने असम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा “असम सरकार अगर वाकई में बाल विवाह की समस्या को खत्म करना चाहती है तो उसे साक्षरता का स्तर बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए”।
असम कैबिनेट का फैसला
पिछले महीने ही असम कैबिनेट ने बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया था और सभी हितधारकों से इन मामलों में सहयोग भी मांगा था। इतना ही नहीं सरकार ने 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी, और बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत उन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे जिन्होंने 14-18 में लड़कियों की शादी की है।