नोएडा: पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय डेयरी महासंघ विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन (IDF WDS) 2022 का किया उद्घाटन किया. यह कार्यक्रम 12-15 अगस्त तक चलेगी। इससे पहले यह सम्मेलन 1974 में किया गया था। 48 साल यह दुबारा से आयोजित की गई है। 50 देशों के 1500 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित कर देश की डेयरी क्षेत्र की उपलब्धियों को साझा किया।
उन्होंने कहा, आज डेयरी क्षेत्र से 8 करोड़ परिवारों को रोजगार मिल रहा है। छोटे पैमाने के डेयरी किसानों के सामूहिक प्रयासों से भारत दुनिया में डेयरी उत्पादों का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। आज भारत सालाना 220 मीलियन टन दुध का उत्पाद करता है। जो कि देश की जरूरत से ज्यादा है। अब हमलोग इसे निर्यात करने की स्थिति में पहुंच चुके हैं। भारत में देखी गई डिजिटल क्रांति डेयरी क्षेत्र तक भी पहुंच गई है। भारत के डेयरी क्षेत्र के लिए विकसित डिजिटल भुगतान प्रणाली दुनिया भर के किसानों की मदद कर सकती है।
साथ ही उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया का 21 प्रतिशत दुध उत्पाद करने में सक्षम है। यहां तक पहुंचने में सरकार के साथ-साथ देश के पशुपालकों और किसानों की अहम भूमिका रही है। हाल के दिनों में कई राज्यों में लम्पी चर्म रोग के कारण पशुओं का नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। हमारे वैज्ञानिकों ने इसके लिए स्वदेशी वैक्सीन भी तैयार कर ली है। हम इसकी टेस्टिंग भी बढ़ा रहे हैं। हम जानवरों के सार्वभौमिक टीकाकरण पर भी जोर दे रहे हैं। हमने संकल्प लिया है कि 2025 तक हम 100% पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज (FMD) और ब्रुसेलोसिस के खिलाफ टीकाकरण करेंगे। First Updated : Monday, 12 September 2022