नई दिल्ली: एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री गुरुवार शाम को उज्बेकिस्तान के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी एससीओ(SEO) शिखर सम्मेलन के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों और शंघाई सहयोग संगठन (SEO) के विस्तार पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी ने बयान जारी कर कहा कि वह एससीओ के भीतर बहुआयामी सहयोग को गहरा करने पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि वह 24 घंटे के लिए उज्बेकिस्तान में रहेंगे जहां शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने प्रस्थान बयान में कहा कि वह एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए उज़्बेक राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव के निमंत्रण पर समरकंद का दौरा कर रहे हैं। आगे पीएम ने कहा कि "एससीओ शिखर सम्मेलन में, मैं सामयिक, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और गहरा करने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए तत्पर हूं,"।
उन्होंने कहा, "उज़्बेक अध्यक्षता के तहत व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए कई फैसले लिए जाने की संभावना है।" पीएम मोदी ने कहा कि वह समरकंद में मिर्जियोयेव से मिलने के लिए उत्सुक हैं, और 2018 में अपनी भारत यात्रा को याद किया। मोदी ने कहा, "उन्होंने 2019 में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में सम्मानित अतिथि के रूप में भी शिरकत की।
इसके अलावा, मैं शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करूंगा।" समरकंद में द्विपक्षीय बैठकों पर भारत की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, रूसी और ईरानी अधिकारियों ने कहा है कि दोनों देशों के राष्ट्रपति पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। First Updated : Thursday, 15 September 2022