तुर्की में हुई तबाही के बाद, भुज में 2001 में आए भूकंप को याद कर भावुक हुए प्रधानमंत्री मोदी
आज संसद के चल रहे बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले, भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो गए।
आज संसद के चल रहे बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले, भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो गए। तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने तुर्की में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और उन्होंने 2001 के भुज में आये भूकंप को याद कर भावुक हो गए जिसमें गुजरात में हजारों लोगों की जान चली गई थी।
बता दें कि, तुर्की और सीरिया में सोमवार से अब तक पांच बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। जो तबाही का मंज़र लेकर आए हैं। उन्होंने 2001 के विनाशकारी भुज भूकंप को याद किया जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने बचाव कार्यों के लिए आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। प्रधामंत्री मोदी ने कहा की वह समझ सकते हैं कि तुर्की इस समय किन हालातों से गुज़र रहा है। 2001 में, गुजरात के कच्छ जिले में भुज में एक भीषण भूकंप आया था जिसमें 20,000 से अधिक लोग मारे गए और 1.5 लाख से अधिक लोग घायल हो गए। भूकंप ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को तुर्की और सीरिया दोनों में 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद आपदा प्रभावित देश को भारत सरकार द्वारा प्रदान की जा रही मानवीय सहायता का भी उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा कि तुर्की अभी जिस दौर से गुजर रहा है, उसे वह अच्छी तरह समझ सकते हैं।
अधिकारियों और एजेंसियों के अनुसार, सोमवार तड़के तुर्की और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद अब तक कम से कम 5,000 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और हजारों लोग घायल हुए हैं। बता दें कि, सोमवार से अब तक तुर्की में पाँच बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप, 100 से अधिक वर्षों में इस क्षेत्र में आने वाले सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक, तुर्की के गजियांटेप प्रांत में नूरदगी से 23 किलोमीटर (14.2 मील) पूर्व में 24.1 किलोमीटर (14.9 मील) की गहराई में आया था।