प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ' बीते 9 वर्षों में देश Women Led Development के विज़न को लेकर आगे बढ़ा है। इस वर्ष का बजट भी Women Led Development के प्रयासों को गति देगा। पिछले 8-9 वर्षों में, हाई स्कूल और उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली महिला छात्रों की संख्या तीन गुना हो गई है। भारत में, 43% महिलाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में नामांकित किया गया है।
'महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण' विषय पर बजट के बाद वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'मेडिकल फील्ड हो या खेल का मैदान हो, बिजनेस हो या पॉलिटिकल एक्टिविटी हो... भारत में महिलाओं की केवल भागीदारी ही नहीं बढ़ी है बल्कि वो हर क्षेत्र में आगे आकर नेतृत्व कर रही हैं। आज भारत में ऐसे अनेक क्षेत्र हैं जिनमें महिलाशक्ति का सामर्थ्य नजर आता है। मुद्रा ऋण की 70% लाभार्थी महिलाएं हैं। ये महिलाएं घरेलू आय को मजबूत करने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में योगदान दे रही हैं।
'महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण' विषय पर बजट के बाद वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'भारत में बीते वर्षों में आवास योजना के तहत जो तीन करोड़ से अधिक घर बने हैं उसमें से भी अधिकतर महिलाओं के नाम हैं। पीएम आवास योजना ने महिलाओं को घर के आर्थिक फैसलों में एक नई आवाज दी है। जब हमारी बेटियां सेना में जाकर देश की सुरक्षा करती दिखाई देती हैं, राफेल उड़ाती दिखाई देती हैं... तो उनसे जुडी सोच भी बदलती है। महिलाओं का सम्मान बढ़ाकर, समानता का भाव बढ़ाकर ही भारत तेजी से आगे बढ़ सकता है। वर्तमान बजट में महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए कई रास्ते हैं। महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना महिलाओं को 7.5% ब्याज दर प्रदान करेगी।
'महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण' विषय पर बजट के बाद वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि'हमें विश्वकर्मा योजना में महिलाओं के लिए विशेष अवसरों को पहचान कर उन्हें आगे बढ़ाना होगा। GeM पोर्टल और ई-कॉमर्स भी महिलाओं के व्यवसाय को विस्तार देना का बड़ा माध्यम बन रहे हैं। महिलाओं ने राष्ट्र के सहकारी क्षेत्र में एक महान भूमिका निभाई है। आने वाले समय में, 2 लाख से अधिक बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों- डेयरी सहकारी समितियों और मत्स्य सहकारी समितियों की स्थापना की परिकल्पना की गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि 'महिलाओं का सम्मान बढ़ा कर... समानता का भाव बढ़ा कर ही भारत तेजी से आगे बढ़ सकता है। मैं आप सभी से आह्वान करूंगा कि महिलाओं के सामने आने वाली हर रुकावट को दूर करने वाले संकल्प के साथ आगे बढ़ें। आज दुनिया भर में श्री अन्ना की भारी मांग है। इस प्रकार, यह भारत के लिए एक महान अवसर बन जाता है। हमें इस दिशा में महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करने की जरूरत है। देश में 1 करोड़ से अधिक आदिवासी महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। उन्हें श्री अन्ना के बारे में एक महान पारंपरिक ज्ञान है। हमें इसका सर्वोत्तम लाभ सुनिश्चित करना चाहिए और श्री अन्ना के विपणन और प्रसंस्कृत खाद्य संबंधी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।' First Updated : Friday, 10 March 2023