राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति का किया वेलकम, आज हो सकते हैं अहम समझौतें
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी भारत पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति का भव्य रूप से स्वागत किया।
कल 26 जनवरी को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। रिपब्लिक डे दिवस की पूरी तैयारी हो चुकी है। इस दिन को देश बड़े ही शानदार तरीके से मनाएगा। इस खास दिन पर गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के के लिए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी भारत पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति का भव्य रूप से स्वागत किया।
आपको बता दें कि अब्देल फतह अल-सिसी कल होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि रूप में शामिल होंगे। मीडिया से बात करते हुए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा कि मैं इस गणतंत्र दिवस का भारतीय राष्ट्र, सरकार और लोगों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। मेरे लिए राष्ट्रीय दिवस में हिस्सा लेना सौभाग्य है। इसके अलावा सम्मानित अतिथि बनना और गौरवशाली की बात है। मिस्र और भारत के संबंधों की विशेषता संतुलन और स्थिरता है।
#WATCH | Delhi: President Droupadi Murmu and Prime Minister Narendra Modi welcome Egyptian President Abdel Fattah El –Sisi at Rashtrapati Bhavan.
— ANI (@ANI) January 25, 2023
Egyptian President will attend the #RepublicDayParade as the Chief Guest. pic.twitter.com/pcUMbSgXPU
पीएम मोदी ने किया था ट्वीट
अब्देल फतह अल-सिसी के भारत आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। पीएम मोदी ने लिखा कि, राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का भारत में गर्मजोशी से स्वागत है। हमारे गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत की ऐतिहासिक यात्रा सभी भारतीयों के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
आज होगी अहम बैठक
बुधवार को हैदराबाद हाउस में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी और सिसी के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत भी होगी। दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार करने पर भी चर्चा होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस की परेड में मिस्र की सेना की एक टुकड़ी शामिल होगी।