नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने संसद भवन में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार,कांग्रेस नेता राहुल गांधी,सपा प्रमुख अखिलेश यादव,तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय, अभिषेक बनर्जी और शांतनु सेन,राजद की मीसा भारती और गैर-एनडीए खेमे के अन्य नेता शामिल रहे।
इस दौरान विपक्ष के नेताओं के साथ यशवंत सिन्हा ने मीडिया को संबोधित किया.उन्होंने कहा कि मैं आपको - और भारत के लोगों को - विश्वास दिलाता हूं कि, अगर मैं निर्वाचित होता हूं, तो बिना किसी डर के, भारतीय संविधान के मूल मूल्यों और मार्गदर्शक आदर्शों को ईमानदारी से बनाए रखूंगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात-चीत के दौरान कहा कि सभी विपक्षी दलों ने एकजुट होकर यशवंत सिन्हा का समर्थन किया,यशवंत सिन्हा जी के साथ पूरा विपक्ष खड़ा है। ये दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है, एक तरफ नफरत और दूसरी तरफ भाईचारा व देश की भावना है। आरएसएस की क्रोध और घृणा की विचारधारा और सभी विपक्षी दलों की करुणा की अन्य विचारधारा एक साथ खड़ी है।
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भी कहा कि यह लड़ाई दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। इसकी सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता। मुझे लगता है कि यशवंत सिन्हा सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं। कांग्रेस, द्रमुक, राजद, राकांपा और अन्य उनका समर्थन कर रहे हैं। यह देश के सर्वोत्तम मूल्यों का इंद्रधनुषी रंग का गठबंधन है। First Updated : Monday, 27 June 2022