संसद की सदस्यता रद्द होने पर बोले राहुल गांधी- मेरे अगले भाषण से डरकर अयोग्य किया
लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज यानी शनिवार को एक प्रेस कॉन्फेंस किया जिसमें उन्होंने अडानी पर मेरे अगले भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है। इसलिए पहले भटकाव और फिर अयोग्यता।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा सुनाने के बाद कल यानी शुक्रवार करो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी है। उन्हे सूरत सेशंल कोर्ट ने दोषी करार दिया है। हालांकि अभी उनके पास ऊपर की कोर्ट में अपील करने का विकल्प है। इधर राहुल के खिलाफ इस ऐक्शन पर कांग्रेस ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की स्थिति के बारें में दुनिया को एक बहुत ही खराब संकेत भेज रहा है।
राहुल गांधी ने आज दोपहर 1 बजे कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फेंस कर रहे है। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने कई बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। इसके हमें रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं...मैंने संसद में सबूत दिए, अडानी और PM मोदी के रिश्ते के बारे में बोला। अडानी को नियमों में बदलाव करके एयरपोर्ट दिए गए, इसपर मैंने संसद में बात की। मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी का नरेंद्र मोदी से क्या रिश्ता है? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता। अगर इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद्द करके, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं। मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा।
सांसद पद से अयोग्य ठहराए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 'मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा। संसद में दिया गया मेरा भाषण हटा दिया गया और बाद में मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक विस्तृत उत्तर लिखा। कुछ मंत्रियों ने मेरे बारे में झूठ बोला कि मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी. लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है. मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा, मैं पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों पर सवाल उठाता रहूंगा।'मैंने अडानी पर केवल एक सवाल पूछा था... मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा और भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा।
मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और मैं इसे करता रहूंगा चाहे मैं अयोग्य हो जाऊं या गिरफ्तार हो जाऊं। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है और इसलिए मैं ऐसा करता हूं। अडानी पर मेरे अगले भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है। इसलिए पहले भटकाव और फिर अयोग्यता। भले ही वे मुझे स्थायी रूप से अयोग्य घोषित कर दें, मैं अपना काम करता रहूंगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं संसद के अंदर हूं या नहीं। मैं देश के लिए लड़ता रहूंगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि "मेरा काम देश की लोकतांत्रिक प्रकृति की रक्षा करना है, जिसका अर्थ है देश की संस्थाओं की रक्षा करना, देश के गरीब लोगों की आवाज का बचाव करना और लोगों को अडानी जैसे लोगों के बारे में सच्चाई बताना जो पीएम के साथ अपने संबंधों का फायदा उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 'यह पूरा ड्रामा है जो प्रधान मंत्री को एक साधारण सवाल से बचाने के लिए किया गया है- अडानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसके गए? मैं इन धमकियों, अयोग्यताओं या जेल की सजा से डरने वाला नहीं हूं।