नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां सेना को देश में ही बनाये गये अत्याधुनिक रक्षा उपकरण तथा हथियार प्रणाली सौंपी। इस मौके पर श्री सिंह को भविष्य के पैदल सिपाही की जरूरतों से संबंधित अत्याधुनिक हथियारों , साजो सामान तथा प्रणालियों की भी जानकारी दी गयी। रक्षा मंत्री ने सेना को अत्याधुनिक बारूदी सुरंग निपुण, स्वचालित संचार प्रणाली , लंबी दूरी तक देखने में सक्षम उन्नत प्रणाली और उन्नत थर्मल इमेजर सौंपे।
इसके अलावा सेना के लिए कवच का काम करने वाले वाहन और असाल्ट बोट भी सेना को दिये गये जिससे सैनिक सीमाओं पर उत्पन्न किसी भी चुनौती का कड़ा तथा करारा जवाब दे सकें। ये उपकरण और हथियार प्रणाली सेना ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों , रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन तथा उद्योग जगत ने बनाये हैं। श्री सिंह ने कहा कि इन उपकरणों और हथियार प्रणालियों से लैस होने के बाद सेना की संचालन तैयारी बढेगी तथा उसकी दक्षता एवं मारक क्षमता बढेगी।
उन्होंने कहा कि यह निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र की साझेदारी से रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढने का उदाहरण है। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि बदली परिस्थितियों में सशस्त्र सेनाओं की ढांचागत जरूरतें बढ रही हैं। उन्होंने कहा कि इस जरूरत को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी की मदद ली जानी चाहिए जिससे सशस्त्र सेनाओं को कम समय में भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके। इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। First Updated : Tuesday, 16 August 2022