भागलपुर दौरे से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को ISI और नक्सलियों से मिली धमकी
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बिहार दौरे से पहले पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। 10 फरवरी को मोहन भागवत बिहार के भागलपुर जिले में जाने वाले हैं जिससे पहले उन्हें पाकिस्तानी ISI और नक्सलियों द्वारा आतंकी खतरा बताया जा रहा है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बिहार दौरे से पहले पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। 10 फरवरी को मोहन भागवत बिहार के भागलपुर जिले में जाने वाले हैं जिससे पहले उन्हें पाकिस्तानी ISI और नक्सलियों द्वारा आतंकी खतरा बताया जा रहा है। प्रशासन की ओर से जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है और मोहन भागवत के दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
एसएसपी आनंद कुमार और अनुविभागीय दंडाधिकारी धनंजय कुमार सतर्क हैं और महासभा के लोगों से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे साधारण कपड़ों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती भी करेंगे। वहीं, एसएसपी ने महर्षि की उस गुफा का भी निरीक्षण किया है, जहां मोहन भागवत के जाने का कार्यक्रम है। अधिकारियों ने कहा है कि संवेदनशील जगहों पर बलों की तैनाती की जाएगी। सुरक्षा को लेकर विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की नियुक्ति सुनिश्चित करने में कोई परेशानी नहीं होगी।
मोहन भगवत होंगे कार्यक्रम में शामिल
जानकारी के अनुसार, 10 फरवरी को महर्षि स्थित कुप्पाघाट आश्रम में सद्गुरु के आवास का उद्घाटन होगा साथ ही परमहंस महाराज पर बनी डाक्यूमेंट्री के पोस्टर का भी उद्घाटन होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई हस्तियां मौजूद रहेंगी। यह कार्यक्रम तीन घंटे 45 मिनट तक चलेगा। वे महर्षि मेही की तपस्या की प्रसिद्ध गुफा का भी दर्शन करेंगे, उसके बाद उद्बोधन होगा। इसके बाद मोहन भागवत नौगछिया के लिए रवाना होंगे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 2009 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक हैं। उन्हें एक व्यावहारिक नेता के रूप में देखा जाता है। के एस सुदर्शन ने अपनी सेवानिवृत्ति पर उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रूप में चुना था। आपातकाल के दौरान भूमिगत रूप से कार्य करने के बाद 1977 में भागवत महाराष्ट्र में अकोला के प्रचारक बने और संगठन में आगे बढ़ते हुए नागपुर और विदर्भ क्षेत्र के प्रचारक भी रह चुके हैं।