उत्तराखंड के हल्द्वानी (Haldwani) में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाए जाने के मामले में Supreme Court) के हालिया आदेश ने देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। विपक्ष जहां इस मामले में पर बीजेपी को घेरने का प्रयास कर रही है, तो वहीं पार्टी के कुछ नेता इस मामले के पक्ष में माहौल बनाने में लगे हैं। बीजेपी के नेत्री साध्वी प्राची इस मामले में खुले तौर पर बयान देती नजर आ रही हैं।
सरकार के पक्ष में साध्वी प्राची ने खोल रखा है मोर्चा
गौरतलब है अपने विवादित बयानों के लिए खबरों में रहने वाली साध्वी प्राची (Sadhwi Prachi) ने हल्द्वानी अतिक्रमण मामले पर मोर्चा खोल रखा है। जहां कुछ ही दिन पहले साध्वी ने ट्विट कर हल्द्वानी अतिक्रमण की तुलना दिल्ली के शाहीन बाग से की थी, वहीं अब बीजेपी नेत्री ने जमीन अतिक्रमण के इस मामले को लव जिहाद से जोड़ दिया है। दरअसल, साध्वी ने कहा है कि उत्तराखंड देश की देव भूमि हैकही जाती है, ऐसे में यहां पर रोहिंग्या मुसलमानों के बसने का सवाल नहीं उठता... इसलिए सरकार को इस अतिक्रमण को हटाने के लिए कड़ा कदम उठाना चाहिए। वैसे साध्वी यहीं नहीं रूकी, नेत्री ने आगे कहा कि देश में लव जिहाद के साथ ही लैंड जिहाद भी हो रखा है और ‘हल्द्वानी अतिक्रमण’ इसी का नतीजा है।
क्या है ‘हल्द्वानी अतिक्रमण’का पूरा मामला
अब बात करें ‘हल्द्वानी अतिक्रमण’ मामले की तो बता दें कि हल्द्वानी में लगभग 29 एकड़ जमीन पर रेलवे ने अतिक्रमण की बात कही है। मालूम हो कि इस 29 एकड़ की भूमि क्षेत्र में तकरीबन 4 हजार परिवार बसे हैं। इस मामले में और रेलवे उत्तराखंड सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इस अतिक्रमण को हटाए जाने का आदेश दिया। पर वहीं बीते रोज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी है।
ऐसे मेंSC द्वारा हल्द्वानी अतिक्रमण हटाए जाने के आदेश पर रोक लगने के बाद इस मामले में देश की सियासत में घमासान मच गया है। First Updated : Friday, 06 January 2023