नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने योजना को विस्तार रुप से बतातेे हुए कहा कि अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेना को भविष्य के लिए तैयार लड़ाकू बल बनाना है जो संघर्ष के पूरे स्पेक्ट्रम में कई चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हों...यह आईटीआई और अन्य तकनीकी संस्थानों के माध्यम से 'अग्निवर' की भर्ती करके सेना की तकनीकी सीमा को बढ़ाएगा एक निष्पक्ष, पारदर्शी और मजबूत मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर स्क्रीनिंग और चयन संबधी प्रकिया की जाएगी जो सुनिश्चित करेगा चयनित कर्मी भारतीय सेना का मूल बनकर देश की सुरक्षा को एक नई उर्जा प्रदान करेंगें।
उन्होंने आगे कहा कि हम 4 साल के प्रारंभिक प्रवेश की जांच के लिए एक निष्पक्ष, पारदर्शी और वैज्ञानिक पद्धति स्थापित करेंगे और नामांकित होने वालों का चयन करने के लिए समान मानदंड लागू करेंगे ... 'अग्निवर' को हर तरह से सेना में आत्मसात और एकीकृत किया जाएगा। उनके 4 साल के प्रशिक्षण के दौरान, अग्निशामक आसानी से हमारी इकाइयों से जुड़ जाएंगे। आवश्यकता के अनुसार, वे चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनात होने में सक्षम होंगे। योजना के क्रियान्वयन के दौरान हमारी परिचालन क्षमता से कोई समझौता नहीं होगा। First Updated : Tuesday, 14 June 2022