शशि थरूर ने संगठनात्मक बदलाव पर दिया जोर, बोले खड़गे नहीं ला सकते वो बदलाव जिसकी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उम्मीद
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार तय हो चुके हैं। 30 सितंबर को तीन कांग्रेस नेताओं ने नामांकन कराया था। स्क्रूटनी के बाद एक उम्मीदवार एक उम्मीदवारी को अमान्य घोषित कर दिया गया। अब मैदान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार तय हो चुके हैं। 30 सितंबर को तीन कांग्रेस नेताओं ने नामांकन कराया था। स्क्रूटनी के बाद एक उम्मीदवार एक उम्मीदवारी को अमान्य घोषित कर दिया गया। अब मैदान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बीते शनिवार को एक इंटरव्यू दिया है। जहां थरूर ने कहा कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के द्वारा नए अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने का फैसला उचित समय पर लिया गया है। मै एक सच्चा कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते चाहता हुं कि हमारी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में बहुमत प्राप्त करे, जिसके लिए पार्टी में बदलाव की जरूरत है और उस बदलाव का नेतृत्व करने के प्रयास को लेकर चुनावी मैदान में आया हूं।
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीदवारों के बीच में सार्वजनिक बहस होनी चाहिए, इससे लोगों की उसी तरह से पार्टी में दिलचस्पी पैदा होगी जैसे पश्चिमि देशों में होता है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के बीच विचारों का आदान-प्रदान पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होगी। हम दुश्मन नहीं हैं, यह युद्ध नहीं है। यह हमारी पार्टी के भविष्य का चुनाव है। खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के टॉप 3 नेताओं में आते हैं। उनके जैसे नेता बदलाव नहीं ला सकते और मौजूदा व्यवस्था को जारी रखेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीद के मुताबिक बदलाव लाऊंगा।
उन्होंने पार्टी के कार्यप्रणाली में बदलाव पर जोर देते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए पार्टी को एक बड़े बदलाव की जरूरत हैं। पिछले आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी को केवल 19 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए, और अगर बड़ा बदलाव नहीं किया गया तो दोबारा से मौजूदा सरकार को फायदा होगा। ऐसे में ये कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तय करना है कि वह क्या चाहते हैं।