नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) 27 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित होने वाले एक समारोह में राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (PBG) को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर भेंट करेंगी। इसके लिए बुधवार को फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। डेढ़ घंटे तक चलने वाले समारोह के दौरान पहली बार पूर्व सैनिक परेड करेंगे और प्रदर्शन के लिए घोड़ों पर एलइडी लाइट का प्रदर्शन किया जाएगा। समारोह में पेशेवर और प्रशिक्षित घुड़सवार विभिन्न प्रकार के पारंपरिक भारतीय घुड़सवारी का कौशल प्रदर्शित करेंगे, जिसके बाद घोड़े सैन्य बैंड की घुन पर फार्मेशन बनाकर चलेंगे।
PBG का रहा है लंबा इतिहास
राष्ट्रपति के अंगरक्षक का एक लंबा और समृद्ध इतिहास है, जिसकी शुरुआत 30 सितंबर 1773 को बनारस में हुई थी। यह सबसे वरिष्ठतम रेजीमेंट है, जिसकी विशिष्टता सभी औपचारिक अवसरों पर "राइट आफ लाइन' के रूप में है। पीबीजी राष्ट्रपति भवन में औपचारिक कार्यों के साथ-साथ भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी किए जाने वाले पैरा फार्मेशन के साथ परिचालन कार्यों की दोहरी भूमिका करता है। रेजिमेंट के पास वर्षों से पोषित एक सावधानीपूर्वक संरक्षित समृद्ध विरासत है और वर्ष 2022-2023 में 250 साल के समारोह (सेस्टरसेंटेनियल) का जश्न मनाएगी, जो रेजिमेंट और राष्ट्रपति भवन के लिए एक ऐतिहासिक घटना होगी। First Updated : Thursday, 27 October 2022