मै बागेश्वर बाबा जैसे ढोंगियों के पास नहीं जाता- स्वामी प्रसाद मौर्य
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी में प्रमोशन हुआ तो मौर्य की बयानबाजी और तेज हो गई...रामचरितमानस पर बयान देकर बवाल मचाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर अड़े रहे और एक विशेष वर्ग हिमायती बनकर उनके साथ खड़े रहे। सपा के बयानवीर स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में हैं वजह है बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ दिया उनका बयान।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी में प्रमोशन हुआ तो मौर्य की बयानबाजी और तेज हो गई...रामचरितमानस पर बयान देकर बवाल मचाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर अड़े रहे और एक विशेष वर्ग हिमायती बनकर उनके साथ खड़े रहे। सपा के बयानवीर स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में हैं वजह है बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ दिया उनका बयान।
दरअसल, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को ढोंगी और पाखंडी करार दिया है। धीरेंद्र शास्त्री पर अपने ताजा बयान में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि मैं ऐसे ढोंगियों के पास जाने में विश्वास नहीं करता हूं...वो ढोंगी और पाखंडी हैं। कुछ धर्माचार्यों के ढोंग और पाखंड बाहर समझ में आ गए...एक से एक बड़े हत्यारे बैठे पड़े हैं।मौर्य ने आगे कहा कि ‘अभी कुछ धर्माचार्यों के ढोंग और पाखंड बाहर समझ में आ गए...एक से एक हत्यारे बैठे हुए हैं..वो जिस तरह से पाखंडवाद को बढ़ावा देकर हजारों साल फिर देश को पीछे ले जाना चाहते हैं...आज वैज्ञानिक युग है लोग चांद पर जा रहे हैं मंगल पर जा रहे हैं और ग्रहों की खोज कर रहे हैं वहां जाने की तैयारी कर रहे हैं और ये बाबा आदम के जमाने की बात कर रहे हैं’।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की बात नहीं कही है...ग्रंन्थ की कुछ चौपाइयों के अंश आपत्तिजनक हैं...मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं, गाली देना अपमानित करना धर्म नहीं हो सकता।बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर बयान दिया था...जिसके बाद इस पर धीरेंद्र शास्त्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को पाखंड कहना धूर्तता है...इसी के साथ उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कर देना चाहिए। शास्त्री अपनी इस मांग को लगातार दोहरा भी रहे हैं, इसके साथ ही वो कहते रहे हैं कि अगर उन्हें लोगों का साथ मिले तो भारत को हिंदू राष्ट्र बना देंगे।
वहीं हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के इनाम वाले बयान पर भी मौर्य ने तल्ख लफ्जों में कहा कि साधु संत, धर्माचार्यों को गुस्सा नहीं आता...गुस्सा आ भी जाए तो श्राप देते हैं...सब काम तमाम हो जाता है...सिर काटने वाले अपराधी के रूप में बैठे संत और धर्म की आड़ लेकर बैठे वो अपराधी हैं...बता दें कि अयोध्या की हनुमानगढ़ी के संत राजूदास ने कहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सिर को तन से जुदा करने वाले को वो 21लाख रुपये का इनाम देंगे।