New judges in Supreme Court : देश के सर्वोच्च न्यायालय में सोमवार 6 फरवरी को 5 नए न्यायाधीशो ने शपथ ली। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इन नए जजों को शपथ दिलाई। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट को पांच नए जज मिले। पिछले साल 13 दिसंबर को, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति पंकज मिथल को नियुक्त करने के लिए सरकार से सिफारिश की थी। न्यायमूर्ति संजय करोल, मुख्य न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय; न्यायमूर्ति पी वी संजय कुमार, मुख्य न्यायाधीश, मणिपुर उच्च न्यायालय; पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह; और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में। इन पांचो के न्यायधीश के रूप के शपथ लेने के बाद इनकी कार्य संख्या 32 हो जाएगी। यह सख्या अभी 27 है।
चीफ जस्टिस पंकज मित्तल
पंकज मित्तल इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज हैं। चीफ जस्टिस पंकज मित्तल 1985 में इलाहाबाद हाई कोर्ट में वकालत शुरू की और उन्होंने यूपी आवास व विकास परिषद के स्थायी वकील के रूप में भी काम किया। न्यायाधीश पंकज मित्तल को 7 जुलाई, 2006 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के अतिरिक्त जज के रूप में प्रमोट किया गया इसके बाद 2 जुलाई, 2008 को उन्होंने स्थायी जज के रूप में शपथ ली।
न्यायमूर्ति संजय करोल
सीनियर न्यायमूर्ति संजय करोल हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के कैडर थे। सुप्रीम कोर्ट में उनके प्रमोशन के समय वे पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश थे। करोल ने संविधान, टैक्सेशन, कॉपोरेटर, क्रिमनल और सिविल के मामलों में विशेषज्ञता हासिल की है 8 मार्च, 2007 को करोल हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के जज के रूप में प्रमोट हुए थे।
जस्टिस पीवी संजय कुमार
जस्टिस पीवी संजय कुमार तेलंगाना हाई कोर्ट से थे। वे अभी तक मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे। आपको बता दें कि उन्होंने 14 फरवरी, 2021 को मणिपुर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली।
न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह
अहसानुद्दीन अमानुल्लाह पटना हाई कोर्ट के जज हैं और अब उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में नियुक्त किया गया है। न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह का जन्म 11 मई, 1963 को हुआ था। उन्होंने 27 सितंबर, 1991 को बिहार स्टेट बार काउंसिल में एडमिशन लिया और मार्च 2006 से अगस्त 2010 तक राज्य सरकार के स्थायी वकील के रूप में उन्होंने काम किया।
जस्टिस मनोज मिश्रा
जस्टिस मनोज मिश्रा जन्म 2 जून, 1965 को हुआ। 12 दिसंबर, 1988 को वकील के रूप में उन्होंने ट्रेनिंग शुरू की। 21 नवंबर, 2011 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के अतिरिक्त जज के रूप में वे प्रमोट हुए। आपको बता दें कि जस्टिस मनोज मिश्रा ने 6 अगस्त, 2013 स्थायी जज के रूप में शपथ ली। First Updated : Monday, 06 February 2023