देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए पांचवीं पीढ़ी के स्पेक्ट्रम 5जी की नीलामी प्रक्रिया पाचवें दिन भी जारी है। सूत्रों ने शनिवार को बतया कि रेडियो तरंगों के लिए 24वें दौर की बोली लगाने की प्रक्रिया चल रही है। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा था कि चौथे दौर की बोली के अंत में कुल स्पेक्ट्रम का करीब 71 फीसदी अस्थायी रूप से बेचा जा चुका है। उन्होंने बताया कि 23 दौर की बोली में कुल 1,49,855 रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं। देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा मुहैया कराने के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी पाचवें दिन शनिवार को भी जारी रहेगी। दरअसल, 5G स्पेक्ट्रम के लिए देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो, सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल और गौतम अडाणी की कंपनी के साथ-साथ वोडाफोन-आइडिया नीलामी की दौड़ में शामिल हैं।
इस नीलामी में उत्तर प्रदेश ईस्ट सर्किल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम में जियो और एयरटेल ने गहरी दिलचस्पी दिखाई है। इन कंपनियों ने दूसरे और तीसरे दिन टक्कर की बोलियां लगाईं। 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में विभिन्न निम्न श्रेणी में 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, जबकि मध्यम श्रेणी में 3,300 मेगाहर्ट्ज और उच्च श्रेणी 26 गीगाहर्ट्ज़ आवृत्ति बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी आयोजित की गई है। उल्लेखनीय है कि देश में 5जी सर्विस आने से इंटरनेट की गति 4जी के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा हो जाएगी। 5G स्पेक्ट्रम की वैधता 20 साल के लिए होगी। 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार प्रमुख दूरसंचार मोबाइल कंपनियों ने 21,800 करोड़ रुपये बतौर धरोहर राशि (बयाना) जमा कराया है। First Updated : Saturday, 30 July 2022