चन्द्रशेखर आजाद और अशफाक उल्ला खां की दृढ़ राष्ट्रभावना के सामने झुके अग्रेंज : राजनाथ सिह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं. रक्षामंत्री जम्मू में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों के परिजनों से मुलाकात की. जिसके बाद उन्होंने जवानों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर करने वालों को याद करेंगे। हमारी सेना ने हमेशा देश के लिए यह सर्वोच्च बलिदान दिया है।
जम्मू-कश्मीर | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं. रक्षामंत्री जम्मू में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों के परिजनों से मुलाकात की. जिसके बाद उन्होंने जवानों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर करने वालों को याद करेंगे। हमारी सेना ने हमेशा देश के लिए यह सर्वोच्च बलिदान दिया है। 1999 के युद्ध में हमारे कई वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, मैं उन्हें नमन करता हूं। मैं यह चीज समझने का प्रयास कर रहा हुं कि वह क्या है जो हमारे जवानों को सर्वोच्च बलिदान देने के लिए शक्ति प्रदान करता है तो जहां तक मैं समझा हुं यह राष्ट्र के प्रति स्वाभिमान है जिसके लिए हमारे वीर जवान अपनी प्राण की आहुति हंसते-हंसते दे देते हैं.
कारगिल विजय, भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का गौरवपूर्ण अध्याय है। https://t.co/UfYdl5qH1n
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 24, 2022
चन्द्रशेखर आजाद और अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ की दृढ़ राष्ट्रभावना के सामने झुके अग्रेंज
उन्होंने आगे स्वतंत्रत्रा सेनानी चन्द्रशेखर आजाद और अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ का जिक्र कर कहा कि मैं आपको याद दिलाना चाहता हुं चन्द्रशेखर आजाद ने अग्रेजों के गोलियों से न मरने कि कसम खाई थी और जब वह अग्रेंजी हुकुमत से धिर गए तब उन्होंने बलिदान की नई परिभाषा को लिख खुद के सिने में ही गोली मार ली थी, उतनी ही प्रेरणादायक गाथा आजादी के प्रेमी अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ की है. ख़ाँ को अग्रेजों ने गिरफ्तार कर फांसी के तख्त पर खड़ा कर पूछा अगर कोई अंतिम इच्छा हो तो बताओ, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मै बस इतना चाहता हुं कि मेरी फांसी की संदेश मेरी मां तक पहुंचा देना और कहना कि तुम बहु को घर में देखना चाहती थी न तुम्हारा बेटा शादी रचा रहा है तो इसपर सामने खड़ा सिपाही बोला तुम पागल तो नहीं हो गए लड़की कहां है, जिसके जवाब में उन्होंने कहा यह फांसी का फंदा ही मेरी होनेवाली दुल्हन है. ऐसी राष्ट्रभावना ने ही अग्रेजों को हिला कर रख दिया।