विशाखापट्टनम होगी आंध्र प्रदेश की नई राजधानी, CM जगन रेड्डी का ऐलान
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने एलान किया है कि राज्य की अगली राजधानी विशाखापत्तम होगी।
Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) ने एलान किया है कि राज्य की अगली राजधानी विशाखापत्तम (Visakhapatnam) होगी। सीएम जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप सभी को विशाखापट्टनम आमंत्रित करने आया हूं जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं भी आने वाले महीनों में विशाखापट्टनम में शिफ्ट हो जाऊंगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए आया हूं। रेड्डी ने विदेशी और घरेलू निवेशकों से आग्रह किया कि वे हमारे पास आएं और आकर देखें कि आंध्र प्रदेश राज्य में व्यापार करना कितना आसान है।
Andhra Pradesh Chief Minister Jagan Mohan Reddy makes a big announcement at the International Diplomatic Alliance Meet in New Delhi.
— Y Vasu Naidu YSRCP (@yvnaidu_ysrcp) January 31, 2023
I am here to invite you to Visakhapatnam which will be our capital. I will also be shifting to Vizag. pic.twitter.com/IOnfBrHuqo
इससे पहले चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा सरकार ने अमरावती को आंध्र प्रदेश की अगली राजधानी घोषित किया था। हालांकि, जगनमोहन सरकार ने अब विशाखापत्तनम को राजधानी बनाने का एलान किया है।
इससे पहले सीएम रेड्डी ने विशाखापट्टनम को राज्य प्रशासन की सीट के रूप में प्रस्तावित करते हुए ये साफ कर दिया था कि राज्य का भविष्य डिसेंट्रलाइज्ड डेवलपमेंट में है। मुख्यालय के रूप में यह राज्य के राज्यपाल का आधार भी होगा जबकि विधायिका अमरावती से कार्य करेगी। उन्होंने कहा था कि 1956 में तत्कालीन मद्रास राज्य से आंध्र के अलग होने के बाद हाई कोर्ट को कुरनूल ले जाया जाएगा जो कभी राजधानी हुआ करता था। सीएम रेड्डी का मानना है कि राज्य भर में कार्यकारी, विधायी और न्यायिक कार्यों की सीटों का वितरण, समान क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा।
रेड्डी सरकार से पहले साल 2015 में चंद्रबाबू नायडू की सरकार के समय अमरावती को राजधानी बनाया गया था। दरअसल आंध्र और तेलंगाना के अलग होने के बाद हैदराबाद को साझा राजधानी बनाया गया था। जिसके बाद सीमित समय 2024 से पहले आंध्र को राजधानी की घोषणा करनी थी।
बता दें कि विशाखापत्तनम में 3 और 4 मार्च को ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन होना है। जिसको लेकर राज्य सरकार की ओर से गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया जाना है। राज्य सरकार की ओर से कई राजदूतों और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया है।