कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बुजुर्गों-दिव्यांगों के लिए वोट फ्रॉम होम की सुविधा, इलेक्शन कमीशन ने की घोषणा
आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बुजुर्गों और दिव्यागों को वोट फ्रॉम होम की सुविधा दी जाएगी। शनिवार को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की है कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट फ्रॉम होम का विकल्प दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविधा पहली बार दी जा रही है।
आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बुजुर्गों और दिव्यागों को वोट फ्रॉम होम की सुविधा दी जाएगी। शनिवार को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की है कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट फ्रॉम होम का विकल्प दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविधा पहली बार दी जा रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि "कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2023 तक है। इसलिए नई विधानसभा होनी है और उससे पहले चुनाव संपन्न होने हैं।" उन्होंने कहा कि "पहली बार हम कर्नाटक में सभी 80 साल से ज्यादा उम्र के और विकलांग मतदाताओं को सुविधा प्रदान करने जा रहे हैं। यदि वे चाहें तो अपने घरों से भी मतदान कर सकते हैं।"
ऐसे मिलेगा वोट फ्रॉम होम का लाभ
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता का वोट लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम फॉर्म-12डी लेकर उनके घर पहुंचेगी। इस प्रक्रिया में पूरी गोपनीयता बरती जाएगी और इस पूरी प्रकिया की वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी। यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ तक नहीं जा सकते है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को मतदान केंद्र तक आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश में 5.21 करोड़ मतदाता है, जिनमें से 2.59 करोड़ महिलाएं हैं। वहीं 16,976 मतदाता ऐसे है जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है। 4,699 वोटर्स थर्ड जेंडर हैं और 9.17 लाख वोटर पहली बार मतदान करने वाले हैं। इसके अलावा 12.15 लाख से ज्यादा मतदाता 80 साल से अधिक है और 5.55 लाख वोटर्स दिव्यांग हैं।