वार और पटलवार का दौर जारी, पात्रा बोले केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं
भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि केजरीवाल ने विधानसभा के पटल का गलत इस्तेमाल किया है।
नई दिल्ली। भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि केजरीवाल ने विधानसभा के पटल का गलत इस्तेमाल किया है। दरअसल शराब घोटाले और दिल्ली में (आप) पार्टी के विधायकों के खरीद फरोख्त को लेकर लगातार दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोपों लगा रही है। विधानसभा सत्र के दौरान गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर करोड़ों रुपये में आप विधायको को खरीदने का आरोप लगाया है। इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी जवाब दिए थे।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल के दावों में कोई आधार नहीं है। और अगर होता तो सत्येंद्र जैन पिछले चार महीनों से जेल में नहीं होते। पात्रा ने कहा कि एक बार फिर से अरविंद केजरीवाल ड्रामा कर रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में सीबीआई के अधिकारी की तारीफ की हैं। और कहा कि फिर भी तीन-चार दिन में सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल कह रहे थे कि तीन से चार हज़ार वर्ष के मानव इतिहास में सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी पार्टी (आप) को हुआ है।
पात्रा ने कहा कि केजरीवाल गलत हैं। तीन से चार हज़ार वर्ष के मानव इतिहास में उनकी पार्टी सबसे बड़ी यू-टर्न या पलटू पार्टी है। पात्रा ने कहा कि किसी भी बड़े भ्रष्टाचारी नेता की गिरफ्तारी से पहले इसी तरह का ऑपरेशन ड्रामा चलता है। जैसे सत्येंद्र जैन जब गिरफ्तार होने वाले थे तब भी इसी तरह की तरीको का इस्तेमाल आप पार्टी कर रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कट्टर ईमानदार पार्टी कहने वाले लोग चंद हफ्तों के अंदर किस प्रकार से कट्टर भ्रष्टाचारी बन गए। इसका अगर कोई जीता जागता उदाहरण पूरे विश्व में अगर कोई है। तो वो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी है।
पात्रा ने अन्ना हजारे के द्वारा पिछले दिनों लिखे एक पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि जिनकी उंगली पकड़कर केजरीवाल बड़े हुए थे। उन्हीं अन्ना हजारे ने केजरीवाल की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से पांच सवालों का ज़बाब देने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर कंपनियों के 144 करोड़ रुपये क्यों माफ किए, ब्लैकलिस्टेड कंपनी को ठेके क्यों दिए और होलसेलर का कमीशन 2से 12 फ़ीसदी केजरीवाल सरकार ने क्यों बढ़ाया।