गौरव पांधी ने ऐसा क्या ट्वीट किया जिससे पहले हंगामा बरपा फिर ट्वीट को उड़ा दिया, जानिए पूरा मामला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कोर्डिनेटर और पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरव पांधी के एक ट्वीट पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बता दें कि गौरव पांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ट्वीट कर अंग्रेजों का जासूस बताया। गौरव के इस ट्वीट के बाद भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
Gaurav Pandhi tweet: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कोर्डिनेटर और पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरव पांधी के एक ट्वीट पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बता दें कि गौरव पांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ट्वीट कर अंग्रेजों का जासूस बताया। गौरव के इस ट्वीट के बाद भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा द्वारा तीखा हमला किए जाने के बाद गौरव पांधी ने ट्वीट डिलीट कर दिया लेकिन इसके बाद भी विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता गौरव पांधी के ट्वीट को लेकर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि "गौरव पांधी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है लेकिन यह काफी नहीं है। कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आगे कही कि सीरियल ऑफेंडर पांधी को बर्खास्त करना चाहिए।" बीजेपी प्रवक्ता ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर कहा कि अगर कांग्रेस ऐसा नहीं करती है तो हम ये मानने को मजबूर होंगे कि शब्द भले ही गौरव पांधी के थे, लेकिन सोच राहुल गांधी की थी।
Gaurav Pandhi has deleted his tweet but that is not enough
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) December 26, 2022
Congress must clarify its stand & apologise - Must sack serial offender Pandhi
Or else we will be forced to believe that Shabd Pandhi ke , Soch Rahul Gandhi ki
Even Pawan Khera is mesmerising Jinnah!! pic.twitter.com/dQ9mIfQSy3
गौरव पांधी ने किया था ये ट्वीट
गौरव पांधी ने अपने ट्वीट में कहा, “1942 में आरएसएस के अन्य सभी सदस्यों की तरह अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया और ब्रिटिश मुखबिर के रूप में उन लोगों के खिलाफ रिपोर्टिंग की, जिन्होंने आंदोलन में भाग लिया। नेली नरसंहार हो या बाबरी विध्वंस वाजपेयी ने भीड़ को उकसाने में अहम भूमिका निभाई थी।” उन्होंने कहा, “आज भाजपा नेता हमेशा मोदी की तुलना गांधी, पटेल या अन्य कांग्रेस नेताओं से करते हैं न कि सावरकर, वाजपेयी या गोलवलकर से। इसका कारण ये है कि वे सच्चाई जानते हैं।”