क्या है JNU की पूरी घटना, क्यों दो गुट आपस में भिड़े?
घटना बीते दिन शाम की है जब जेएनयू परिसर के अंदर दो गुट आपस में ही भिड़ गए। जिसमें से कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। दरअसल इस पूरी घटना में मुख्य रूप से एबीवीपी(ABVP) और जेनयू एस यू (JNUSU) के छात्र शामिल थे।
घटना बीते दिन शाम की है जब जेएनयू परिसर के अंदर दो गुट आपस में ही भिड़ गए। जिसमें से कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। दरअसल इस पूरी घटना में मुख्य रूप से एबीवीपी(ABVP) और जेनयू एस यू (JNUSU) के छात्र शामिल थे। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की माने तो एबीवीपी के छात्रों के द्वारा कल रामनवमी के अवसर पर एक पूजा का आयोजन किया गया था। पूजा से पहले ABVP के समर्थकों के द्वारा कैंपस के मेस के अंदर शामिल नॉन वेजिटेरियन फूड को हटाने के लिये कहा जिसको लेकर जेनयू एस यू के छात्र के द्वारा इसका विरोध किया गया। जिसके बाद मामला आगे बढ़कर दोनों पक्षों के बीच मारपीट तक पहुंच गया। इसी दौरान कुछ छात्रों के द्वारा पत्थर भी फेकें जाने की खबर है घटना के दौरान में कुछ छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गए जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
क्या है AVBP का पक्ष
इस पूरी घटना के बाद एबीवीपी का कहना है कि हम लोगों ने रामनवमी के अवसर पर एक शांतिपूर्ण पूजा का कार्यक्रम रखा था लेकिन लेफ़्टिस्ट स्टूडेंट के द्वारा इसमें बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया गया, जिसके बाद उन्होंने नॉन वेजिटेरियन फूड जैसे मुद्दे को सामने ला दिया। इस पूरे उत्सव को जिस तरह से लेफ्ट के द्वारा धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई, उसका एबीवीपी निंदा करता है।
जेनयू एस यू का पक्ष
इस पूरे मामले पर जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आईसी घोष ने कहा कि जेएनयू में पूरे देश के अनेकों जगह से लोग आकर पढ़ते हैं। सभी की संस्कृति एक जैसी नहीं होती सभी के खाने की पसंद भी अलग-अलग है। ऐसे में यह कहा जाना कि यह चीजें मेस से हटाई जानी चाहिए खासकर खाने-पीने के संबंध में यह बिल्कुल भी उचित नहीं है । उन्होंने आगे यह भी कहा कि यह पूरी घटना दिल्ली पुलिस के आंखों के सामने होती रही, इसके बावजूद पुलिस मुख दर्शक बनकर खड़ी रही।