विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा का 3 साल का कार्यकाल इस महीने के अंत में समाप्त हो रहा है। ऐसे में पार्टी के भीतरी खेमें से लेकर बाहर तक ये सवाल उठने लगे हैं क्या नड्डा का कार्याकाल बढ़ाया जाएगा या फिर भाजपा को अक्ष्यक्ष के रूप में कोई नया चेहरा मिलेगा?
दिल्ली में आयोजित पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में होगा मंथन
गौरतलब है कि दिल्ली में 16-17 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक होने वाली है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीसमेत कई केंद्रीय मंत्री और देश भर के वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। बीजेपी की इस मुख्य बैठक में विभिन्न राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति पर विचार की जानी है, साथ ही इसमें बीजेपी के अगले मुखिया को लेकर मंथन भी किया जाना है। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल के विस्तार को मंजूरी दी जा सकती है। हालांकि इसे लेकर पार्टी की तरफ से तो कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ रही है, लेकिन सवाल ये है कि अगर नड्डा नहीं तो पार्टी किसे कमान दे सकती है।
20 जनवरी को पूरा हो रहा है जेपी नड्डा का कार्यकाल
वैसे देखा जाए तो 2019 से लेकर अभी तक जेपी नड्डा के नेतृत्व में जिस प्रकार से बीजेपी संगठन ने कार्य किया और बीजेपी जिस प्रकार से राज्यों में परचम लहराने में कामयाब रही है उसे देखते हुए पार्टी उन्हें 2024 तक का एक्सटेंशन देकर दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर कमान सौंप सकती है।मालूम हो कि पार्टी प्रमुख के रूप में नड्डा का तीन साल का कार्यकाल इस महीने के अंत में 20 जनवरी को पूरा हो रहा है और इस बात की पूरी संभावना है कि आगामी चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है।
आगामी चुनावों को देखते हुए अहम है अध्यक्ष पद का चुनाव
गौरतलब है कि इस साल उत्तर से दक्षिण और पूर्व तक के 11 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में संभावना है कि जेपी नड्डा को ही BJP के अध्यक्ष पद पर बरकरार रखा जाए। लेकिन वहीं सवाल ये भी है कि अगर नड्डा की जगह बीजेपी किसी और को चुनना चाहे तो वो किसे चुनेगी। ऐसे में इसके जवाब में मुख्य रूप से दो-तीन चेहरे सामने आ रहे हैं, जिसमें पहले शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हैं। दरअसल, राजनीतिक धुरंधरों की माने तो बीजेपी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी धर्मेंद्र प्रधान को दे सकती है, क्योंकि अब इन्होने कई दफे अपनी पार्टी को संकट की स्थिति से उबारने का काम किया है।
इनके बाद बीजेपी के नए कप्तान की दौड़ में शामिल हैं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जो साल 2019 में ही अमित शाह के बाद इस पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन तभी पार्टी ने जेपी नड्डा पर विश्वास जताया था। वहीं इन दोनो के अलावा इस रेस में गुजरात से सांसद चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल (सीआर पाटिल) का नाम भी शामिल है। मालूम होकि बीते साल गुजरात में बीजेपी की जीत का काफी कुछ श्रेय पाटिल को भी जाता है, ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी समेत पार्टी के बड़े नेता पाटिल के नाम पर मुहर लगाने में सहमति जता सकते हैं। First Updated : Wednesday, 04 January 2023