कांग्रेस के लिए दुश्मन बना INDIA Alliance, हरियाणा-महाराष्ट्र के बाद यहां भी लगी गहरी चोट

Congress Politics: पंजाब के पांच स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस को फिर बुरी हार का सामना करना पड़ा है. इससे पहले हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा था. पंजाब में उसे अपने ही अपनों ने चोट पहुंचाई है.

calender

Congress Politics: पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. अमृतसर, जालंधर, पटियाला, लुधियाना और फगवाड़ा जैसे शहरी क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी (आप) ने बाजी मारते हुए कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है. वहीं 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा था, लेकिन अब यहां आम आदमी पार्टी का वर्चस्व नजर आ रहा है.

पटियाला में 'आप' का प्रदर्शन शानदार

आपको बता दें कि पटियाला, जो पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का गढ़ रहा है, वहां कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. 60 वार्डों में से 43 सीटों पर 'आप' ने जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस और भाजपा को केवल 4-4 सीटें ही मिलीं. यह 'आप' की स्पष्ट बहुमत वाली जीत थी.

लुधियाना, अमृतसर और जालंधर में भी पिछड़ी कांग्रेस

लुधियाना के 95 वार्डों में 'आप' ने 41 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 30 और भाजपा को 19 सीटें मिलीं.
अमृतसर में 85 वार्डों में कांग्रेस को 38 और 'आप' को 24 सीटें मिलीं. भाजपा यहां भी तीसरे स्थान पर रही, उसे केवल 10 सीटें मिलीं.
जालंधर के 85 वार्डों में 'आप' ने 38 और कांग्रेस ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा यहां भी 19 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही.

'आप' की जीत कांग्रेस के लिए चेतावनी

वहीं आपको बता दें कि कांग्रेस के लिए चिंता की बात यह है कि वह किसी भी निकाय में अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर सकी. दूसरी ओर, 'आप' ने पटियाला नगर निकाय में बहुमत हासिल कर अपनी मजबूत पकड़ दिखाई.

भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

इसके अलावा आपको बता दें कि भाजपा, जो पहले अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती थी, अब अपने दम पर मैदान में है. हालांकि, वह अधिकतर निकायों में तीसरे स्थान पर रही, जो उसके लिए एक उपलब्धि मानी जा सकती है. First Updated : Sunday, 22 December 2024