तेलंगना के विधायक टी. राजा हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. दरअसल भाजपा विधायक राजा सिंह ने मतदाताओं से 50 कट्टर हिंदू सांसदों को वोट देने का आग्रह किया है. इस बयान के बाद नए विवाद का जन्म हो गया है. इनका मानना है कि इससे भारतीय संसद में हिंदू राष्ट्र की स्थापना होगी.
बता दें कि राजा सिंह ने एक सार्वजनिक सभा के दौरान यह अपील की. उन्होंने संसद में हिंदू हितों के मजबूत प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि 50 हिंदू सांसदों का चुनाव भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का मार्ग खोलेगा. उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया हैं, कई धर्मों से मिली जुली प्रतिक्रियां देखने को मिल रही है. जिनमें से कुछ ने उनके विचार का समर्थन किया है जबकि अन्य ने इसका कड़ा विरोध किया है.
हिंदू राष्ट्र या हिंदू सिद्धांतों को लेकर भारत में कई सालों से बहस का जारी है. समर्थकों का तर्क है कि यह हिंदू संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देगा, जबकि आलोचकों का तर्क है कि यह भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के विपरीत है. राजा सिंह के हिंदू राष्ट्र के आह्वान ने इस बहस को फिर से हवा दे दी है, जिससे यह मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है.
राजा सिंह के बयानों पर सभी राजनीतिक नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनकी अपनी पार्टी, भाजपा के सदस्यों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं, कुछ ने उनके विचारों का समर्थन किया है और अन्य ने उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है. विपक्षी दलों ने इनकी टिप्पणियों की आलोचना की है और उन पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने और भारत की धर्मनिरपेक्ष नींव को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
राजा सिंह की अपील पर कुछ लोगों ने हिंदू राष्ट्र के विचार का समर्थन किया है, और देश में हिंदू मूल्यों पर अधिक जोर देने की आवश्यकता का हवाला दिया है. अन्य लोगों ने इस आह्वान की निंदा की है, और तर्क दिया है कि यह भारत को परिभाषित करने वाली एकता और विविधता को खतरे में डालता है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस विषय पर चर्चा तेज हो गई है. लोग अपनी अपनी राय दे रहे हैं.